काबर किसान के जटिल समस्याओं का सरकार व प्रशासन जल्द-से-जल्द निदान करें नहीं तो किसान आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए होगी बाध्य

राजेश कुमार,खोदावंदपुर/बेगूसराय। गुरुवार को काबर किसानों के तरफ से किसान नेता बल्लभ बादशाह ने काबर मजदूर, किसानों एवं मछुआरों के दशकों से चल रहे मांग को लेकर आमरण अनशन शताब्दी मैदान मंझौल के प्रांगण में शुरू किया. शरुआत में यह कार्यक्रम अनुमंडल कार्यालय मंझौल के नजदीक प्रस्तावित था, परंतु प्रशासन के द्वारा मारपीट और जबरन विरोध के बाद प्रदर्शन स्थल को बदला गया. इस अवसर पर किसान अजय कुमार, अंगद कुमार, संजीव सिंह, अमित कुमार सिंह गप्पू एवं छात्र नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और इसी भारत के अंदर बेगूसराय जिला अंतर्गत मंझौल अनुमंडल के किसानों के साथ सरकार व स्थानीय प्रशासन सहयोग करने के बजाय नकारात्मक रवैया के साथ पेश आ रही है, जिसे हम सभी किसान व युवा निंदा करते हैं एवं सरकार से माँग करते हैं कि किसान के अधिकार एवं समस्याओं का हल जल्द करें नहीं तो किसान सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ने के लिए विवश होंगे. वहीं किसान राम उदय सिंह, शिशु पाल सिंह, पवन कुमार, लल्लू सिंह, नंदकिशोर सिंह समेत अन्य ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने जनवरी 2025 के कार्यक्रम में यह आह्वान किया था कि 6500 एकड़ जमीन पक्षी अभयारण्य के लिए लेकर बांकी जमीन किसानों को वापस की जाएगी. इसके बाबजूद भी 7 महीने तक कोई सुधार नहीं हुआ. सुधार के जगह पर कभी चेक डेम बनाकर जमीन को जलप्लावित करने का उपाय किया गया, फिर राजस्व महाभियान में भी काबर के जमीन को अनदेखी किया गया. काबर से जुड़े किसान राकेश कुमार सिंह, रंजन कुमार सिंह, राजू सिंह, रविशंकर सिंह, राजकुमार सिंह, अजय सिंह, रामप्रीत सिंह, विजय सिंह आदि ने कहा कि हम सभी किसान सड़क पर संघर्षरत हैं और स्थानीय प्रशासन सहायक होने के जगह, शांतिपूर्ण धरने में बल प्रयोग कर रही है. आमरण अनशन पर बैठे किसान बल्लभ बादशाह ने कहा कि आमरण अनशन अपना अधिकार माँगने का लोकतांत्रिक अधिकार और हथियार है. स्थानीय प्रशासन का तरीका एकदम गैर कानूनी है.
अनशन का मुख्य मांगें:-
जनवरी 2025 में नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार के द्वारा प्रस्तावित 6500 एकड़ की जमीन को छोड़कर, बांकी जमीन का अविलंब रजिस्ट्री ऑन करें. काबर की समस्या के लिए किसानों के साथ जॉइंट कमिटी सह सुनवाई के लिए अलग कोर्ट का त्वरित निर्माण. जिला गजट के माध्यम से पूर्व के अधिसूचना को तुरन्त रद्द करें. अन्यथा आमरण अनशन चलता रहेगा. इस कार्यक्रम में आस-पास के गांव के सैकड़ों किसान मजदूरों ने कार्यक्रम के समर्थन में कार्यक्रम स्थल पर डटे हैं. मौके पर विजय शंकर सिंह, राम उदय सिंह, कन्हैया कुमार, पवन सिंह, अनुराग कुमार, लल्लू सिंह, मुनमुन सिंह, जयतोष कुमार, नारायण कुमार, संजीव कुमार, विकास कुमार, पंचम सिंह एवं अन्य मंझौल के किसान, कनौसी एवं मनिकपुर से विजय सिंह, रंजन सिंह, अभय कुमार सिंह, राजकुमार सिंह, विवेक कुमार सिंह, रामजीवन सिंह, नन्दकिशोर सिंह, राजेन्द्र यादव, मुकेश विक्रम, विनोद कुमार एवं सैकड़ों किसान, श्रीपुर, एकम्बा मौजे से आरसी प्रसाद सिंह, रितेश कुमार, रामप्रीत सिंह, अजय कुमार सिंह, चुलबुल कुमार, शिशुपाल सिंह सहित दर्जनों किसान शामिल थे.