खोदावंदपुर/बेगूसराय। खोदावन्दपुर कृषि विज्ञान केन्द्र में सोमवार को एकीकृत बागवानी विकास मिशन 2024-25 के तहत फलों की उत्पादन तकनीक पर दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन मंझौल एसडीएम प्रमोद कुमार, कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर पीपराकोठी के प्रोफेसर डॉ राम निवास सिंह, बागवानी के सहायक निदेशक अनिल कुमार, केविके के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ रामपाल, बागवानी एसएमएस के डॉ धीरु कुमार तिवारी, वैज्ञानिक डॉ विपिन, डॉ एन एन पाटिल समेत अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर खोदावन्दपुर केविके के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान ने बेगूसराय जिले में फलों की खेती से जुड़े आंकड़े और इसकी आर्थिक स्थिति पर विस्तार से जानकारी दी. वहीं डॉ अनिल कुमार ने बिहार सरकार द्वारा संचालित विभिन्न बागवानी योजनाओं के बारे में बताया. वैज्ञानिक डॉ राम निवास सिंह ने फलों में लगने वाले विभिन्न रोगों और उनके नियंत्रण के उपायों पर विस्तृत चर्चा की. एसडीएम ने फलों की खेती के माध्यम से किसानों की आय दोगुनी करने पर विशेष जोर दिया. वहीं डॉ धीरू तिवारी ने आम और ड्रैगन फ्रूट की वैज्ञानिक खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी. केविके के वैज्ञानिक डॉ विपिन ने फलों के अपशिष्ट के पोषक पशु आहार के रूप में उपयोग करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी. वहीं वैज्ञानिक डॉ एन एन पाटिल ने स्ट्रॉबेरी की वैज्ञानिक खेती पर विस्तृत जानकारी दी. इस संगोष्ठी में जिलेभर के लगभग 120 महिला व पुरुष प्रगतिशील किसानों एवं फल उत्पादक शामिल हुये. उन्होंने फलों की खेती से जुड़ी अपनी समस्याएँ और अनुभव को साझा करें, जिससे वैज्ञानिकों और अधिकारियों को उनकी चुनौतियों को समझने और उसका सामाधान करने का अवसर मिलेगा.