खोदावंदपुर/बेगूसराय। बिना सूचना के दो महीनों से गायब हैं पंचायत सचिव, पंचायतों के विकास व जनकल्याणकारी योजनाओं में हो रही परेशानी शीर्षक से जिले के नंबर वन न्यूज पोर्टल द बिहार लाइव में लगी खबर का असर हुआ और गुरुवार को अचानक पंचायत सचिव चन्द्रशेखर पासवान खोदावंदपुर पहुंच गये. जबकि वे पिछले दो महीनों से गंभीर रूप से बीमार होने की बात कहकर अक्सर प्रखंड व ग्राम पंचायत कार्यालय से अनुपस्थित रहते थे.
मिली जानकारी के अनुसार पंचायत सचिव चन्द्रशेखर पासवान प्रखंड क्षेत्र के सागी, फफौत, बरियारपुर पश्चिमी, बरियारपुर पूर्वी एवं खोदावंदपुर पंचायत के प्रभार में हैं, जबकि दो पंचायत सचिव मनीष कुमार दौलतपुर, बाड़ा एवं मेघौल पंचायत के प्रभार में कार्य कर रहे हैं. दो पंचायत सचिव के सहारे आठ पंचायतों का विकास व जनकल्याणकारी योजनाओं का कार्य किया जा रहा है. विभिन्न पंचायत के प्रधान ने बताया कि पंचायत सचिव चन्द्रशेखर पासवान दो अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर भी किसी पंचायतों में आयोजित बैठक में भाग नहीं ले सकें. कुछ पंचायत प्रधान का कहना है कि हमारे पंचायत में जिस दिन से पंचायत सचिव प्रभार में आये हैं, उसी दिन से वे अक्सर पंचायत कार्यालय से गायब ही रहते हैं. इससे आमजनों को वंशावली, कबीर अंतेष्टि योजना, सामाजिक वृद्धावस्था सुरक्षा पेंशन, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, राशन कार्ड बनवाने सहित अन्य कार्यों में काफी परेशानी हो रही है. आश्चर्य की बात यह है कि पंचायत सचिव को अपना उपस्थिति संबंधित पंचायत कार्यालय से बनाना है, परंतु वे प्रखंड पंचायती राज कार्यालय में अपना उपस्थिति बना रहे हैं, जिसकी चर्चा प्रखंड कार्यालय के चौक चौराहों पर जोरशोर से की जा रही है. स्थानीय आमजन एवं पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा दो महिने से बगैर किसी सूचना के अनुपस्थित रहने की लिखित शिकायत बीडीओ से की थी. इस मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी नवनीत नमन ने दो महिनों से गायब पंचायत सचिव चन्द्रशेखर पासवान से स्पष्टीकरण मांगा गया तो वे जनाब देना भी उचित नहीं समझें. संबंधित पंचायत के मुखिया ने जिलाधिकारी से अनुपस्थित पंचायत सचिव के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए नये पंचायत सचिव की पदस्थापित किये जाने की मांग की है, ताकि पंचायतों के विकास व जनकल्याणकारी योजनाओं का कार्य सुचारू रूप से किया जा सकें.