खोदावंदपुर/बेगूसराय। यदि आप किसी ग्राहक सेवा केन्द्र से जुड़ें हैं और रूपये की जमा निकासी कर रहे हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है. ग्राहक सेवा केन्द्र के संचालक लिंक फैल होने की बात कहकर आपकी राशि हजम कर सकते हैं. ऐसा ही एक मामला बाड़ा पंचायत के तेतराही गांव से प्रकाश में आया है. बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा बाड़ा से जुड़ें एक ग्राहक सेवा केन्द्र के संचालक द्वारा अपने ही पड़ोस में रहनेवाली मां-बेटी से रुपये निकासी के नाम पर अंगूठा लगवाकर 2 लाख 30 हजार 200 रुपये हजम कर लिये. करीब ढ़ाई वर्ष पहले ही इस खेल की शुरुआत की गयी, जो कई महिनों तक चली. मां-बेटी के बैंक खाते में बाहर से भेजी जानेवाली राशि के अपडेट करने के बहाने सीएसपी संचालक द्वारा रुपया हजम करने का खेल जारी रहा. यह मामला उजागर तब हुआ जब तेतराही गांव निवासी जगदीश यादव का पुत्र राजाबाबू यादव बाहर से गांव आया और अपने मां और बहन की खाता के अद्यतन स्थिति की जानकारी सीएसपी संचालक राम इकबाल यादव एवं उसके पुत्र मुकेश कुमार से मांगा. सीएसपी संचालक व उसके पुत्र ने राशि भुगतान कर देने की दलील दी. झूठी दलील से इस कांड का पर्दाफाश हुआ. अन्य ग्रामीणों ने भी सीएसपी संचालक पर रुपये हेरीफेरी करने का आरोप लगाया. पहले तो सीएसपी संचालक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा साबित करने का प्रयास किया, परंतु बात बिगड़ता देख इस मामले को सामाजिक स्तर पर भी निपटाने का प्रयास किया गया. जब वहां भी बात नहीं बनी तो पीड़ित ने खोदावंदपुर पुलिस को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी. पीड़ित युवक ने बताया कि इस घटना की लिखित शिकायत 4 सितंबर 2024 को बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा बाड़ा के शाखा प्रबंधक को दिया और शाखा प्रबंधक ने जांच का आश्वासन दिया. उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी लेने के लिए 18 एवं 19 सितंबर को बैंक गया तो शाखा प्रबंधक के द्वारा कहा गया कि तुमको केस करना है तो थाना जाकर केस करो या राम इकबाल यादव और मुकेश कुमार के साथ मारपीट करो, जैसे रुपया वसूलना है, वसूल लो, इससे हमको कोई मतलब नहीं है. पीड़ित ने बताया कि शाखा प्रबंधक के द्वारा मुझे और मेरी माँ व बहन को अपमानित कर बैंक से बाहर निकाल दिया.इसका साक्ष्य बैंक के सीसीटीवी कैमरे से देखा जा सकता है.
इससे पूर्व इस बैंक के सुपरवाइजर प्रवीण कुमार व सीएसपी संचालक का पुत्र मुकेश कुमार का ऑडियो विगत दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. इस ऑडियो में सुपरवाइजर प्रवीण खुलेआम डेढ़ लाख रुपये मनेजर साहब के नाम पर मांग रहा है. हद तो तब हो गया जब बैंक के सुपरवाइजर प्रवीण अपने ही बैंक के शाखा प्रबंधक के नाम से डेढ़ लाख रुपये रिश्वत की मांग सीएसपी संचालक राम इकबाल यादव के पुत्र मुकेश कुमार से किया.और सीएसपी संचालक के मौजूदगी में उनके पुत्र मुकेश ने क्लोन फिंगर बनाकर सीएसपी का संचालन कर रहे थे. बावजूद शाखा प्रबंधक के द्वारा अबतक ना तो सुपरवाइजर और ना ही सीएसपी संचालक के पुत्र के विरुद्ध ही कोई कार्रवाई की गयी.इससे तो स्पष्ट हो रहा है कि शाखा प्रबंधक की मिलीभगत से इस तरह की जालसाजी का कार्य किया जा रहा था.
इस संदर्भ में थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा के सीएसपी संचालक राम इकबाल यादव एवं उसके पुत्र मुकेश कुमार के विरुद्ध रुपये गबन के आरोप के आलोक में मामला दर्ज किया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
कहते हैं शाखा प्रबंधक:-
सीएसपी संचालक का रजिस्टर जप्त कर लिया गया है और सीएसपी भी बंद कर दिया गया है. पीड़ित के द्वारा अपमानित करने का लगाया गया आरोप बिल्कुल गलत है. इस घटना से संबंधित जानकारी अपने वरीय अधिकारियों को भी अवगत करवा दिया गया है.
विश्वजीत कुमार झा, शाखा प्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा बाड़ा.