प्रशिक्षित माली बदलेंगे देश की तस्वीर: डॉ राम पाल, कृषि विज्ञान केन्द्र खोदावन्दपुर में कार्यक्रम आयोजित

खोदावंदपुर/बेगूसराय। विगत आठ दिनों से कृषि विज्ञान केन्द्र खोदावन्दपुर, बेगूसराय के प्रशिक्षण कक्ष में प्रशिक्षित माली का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा था. सोमवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन होने के उपरांत प्रमाण पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया. इसकी जानकारी देते हुए केविके के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ राम पाल ने कहा कि प्रशिक्षित माली देश की तश्वीर बदलेगें. एक स्वस्थ मनुष्य को प्रतिदिन 400 ग्राम सब्जी एवं 100 ग्राम फल की आवश्यकता होती है. बढ़ती आबादी के सतत आपूर्ति के लिये प्रशिक्षित युवक युवतियों की आवश्यकता है. प्रशिक्षत माली किसानों को उन्नत फलों के पौधे तथा सब्जी का बिचड़ा उपलब्ध कराकर इसे पूरा कर सकते हैं और सम्मानजनक लाभ कमा सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में आम, लीची, अमरुद, नींबू में कलम लगाना, गोभी, टमाटर, मिर्च, बैगन का बिचड़ा उत्पादन, पाली हाउस में सब्जी, बिचड़ा उत्पादन, पोषण वाटिका की स्थापना, जैविक खाद एवं कीटनाशियों का उपयोग विषय पर विस्तृत चर्चा की. वहीं वैज्ञानिक डॉ एन एन पाटिल ने कहा कि इस माली प्रशिक्षित कार्यक्रम में जिलेभर के कुल 32 युवक युवतियों ने भाग लिया, जिन्हें प्रशिक्षण का प्रमाण-पत्र दिया गया.