खोदावंदपुर/बेगूसराय। श्रीकृष्ण बाल पूजा समिति तारा बरियारपुर के द्वारा गाजेबाजे के साथ सोमवार को कलश विसर्जन शोभायात्रा निकाली गयी, जो शोभायात्रा कार्यक्रम स्थल से तारा सर्कल चौक पहुंची, उसके बाद शोभायात्रा गाजेबाजे के साथ वापस लौटकर एस एच 55 होते हुए तारा चौक, बरियारपुर पश्चिमी, मिर्जापुर चौक से बूढ़ीगंडक नदी के बायें तटबंध के रास्ते से सदर बाजार, दरगाह टोल के निकट से गुजरते हुए रामघाट पहुंची, जहां भगवान श्रीकृष्ण के प्रतिमा की आरती होने के बाद कलश एवं प्रतिमा का विसर्जन किया गया. इसकी जानकारी देते हुए पूजा समिति के अध्यक्ष सुमंत कुमार, सचिव राजेश कुमार, सहयोगी राजेन्द्र शर्मा, गोगालजी लाल, मुकेश कुमार, जयकुमार महतो, शंभू पंडित, दिलीप पंडित, चलितर महतो, दुर्गेश कुमार, राजाराम महतो सहित अनेक लोगों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया, जहां अयोध्या धाम की कथावाचिका शालिनी किशोरी के मुखारविंद से श्रीकृष्ण भगवान से जुड़ी अध्यात्मिक कथाओं से जुड़ा प्रवचन दिया गया. श्रीमद् भागवत कथा के दौरान वाराणसी की सुप्रसिद्ध कलाकारों के द्वारा भव्य झांकी भी निकाली गयी. इस प्रवचन के दौरान दर्शक व श्रोता आनन्द सागर में डुबकी लगाते रहे. उन्होंने बताया कि कथा गत 26 अगस्त की शाम से शुभारंभ की गयी, जो एक सितंबर की देर शाम संपन्न हो गया तथा दो सिंतबर की सुबह में हवन, पूजन किया गया और सोमवार की शाम में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा व कलश का विसर्जन बड़ी धूमधाम से किया गया. आयोजकों ने बताया कि सात दिवसीय मेले के दौरान बच्चों के मनोरंजन के लिये टावर झूले, ब्रेक डांस, ट्रेन, नाव सहित अन्य प्रकार की झूले, मीना बाजार, मिठाई दुकान के अलावे रंग बिरंगे दुकानें लगी हुई थी, जहां श्रद्धालुओं ने जमकर खरीददारी की.
वहीं दूसरी ओर बरियारपुर पूर्वी पंचायत के योगीडिह गांव में भी भगवान श्रीकृष्ण के अलावे विभिन्न देवी देवताओं की प्रतिमा व कलश विसर्जन कर सात दिवसीय मेले का समापन किया गया.यहां मेले के दौरान रात्रि में भजन कीर्तन, विदेशिया नाच व आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया. इसकी जानकारी मेला समिति के अध्यक्ष कैलाश यादव ने दी. वहीं बरियारपुर पश्चिमी एवं योगीडिह गांव में प्रतिमा विसर्जन के दौरान विधि व्यवस्था को लेकर थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार पुलिस बल के साथ मुस्तैद दिखें.