कबीर की वाणी सदैव प्रासंगिक- बीईओ, उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर नवटोलिया में कार्यक्रम आयोजित

खोदावंदपुर/बेगूसराय। समता मूलक समाज के प्रणेता, यथार्थ के कवि, संत कबीर दास की वाणी सदैव ही प्रासंगिक है और रहेगा. उपर्युक्त बातें प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी दानी राय ने शनिवार को संत कबीर दास जयंती समारोह के मौके पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर नवटोलिया में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा. उन्होंने कहा कि संत कबीर एक ऐसे विचारक, समाजसेवी एवं पद प्रदर्शक थे, जिन्होंने वैसे समय में समाज के रूढ़िवादिता अंधविश्वास में शराबोर समाज को रास्ता दिखाने का प्रयास किया था, जब समाज इस दूषित मानसिकता से शराबोर था. उनके विचार को आज धरातल पर उतरने की आवश्यकता है. कबीर तबभी प्रासंगिक थे अभी भी प्रासंगिक हैं और आगे भी प्रासंगिक रहेंगे. कार्यक्रम को प्रधानाध्यापक मोहम्मद अब्दुल्लाह, शिक्षिका लक्ष्मी कुमारी, शिक्षक संजय कुमार सहित अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं ने भी संबोधित किया और अपनी श्रद्धा संत कबीर के प्रति निवेदिता किया.