राजेश कुमार,खोदावन्दपुर/बेगूसराय। मिलिए बिहार के सबसे बड़े पागल हीरो ऑक्सीजन मैन राजेश कुमार सुमन से जिन्होंने मायानगरी मुंबई की आराम की जीवन छोड़ जल और जंगल को बचाने के लिए संघर्ष करते हुए पीठ पर जार में पौधा और नाक में ऑक्सीजन मास्क लगाकर सांकेतिक डिमॉन्सट्रेशन के माध्यम से सांसे हो रही है कम आओ पेड़ लगाएं हम, का गगनचुंबी नारा बुलंद करते हुए देश के विभिन्न राज्यों के शहरों और गांवों के सड़क पर जागरूकता अभियान चलाते हुए 75 हजार किलोमीटर का ऑक्सीजन बचाओ हरित यात्रा कैंपेन तय पांच लाख से ज्यादा बेटियों के सम्मान में पौधरोपण कर दिया. यात्रा के दौरान ऑक्सीजन मैन के पीठ पर पौधा और नाक में ऑक्सीजन मास्क आने वाले कल का तस्वीर प्रस्तुत कर रहा है.इस झांकी के माध्यम से ऑक्सीजन मैन देशवासियों को नसीहत देना चाहते हैं कि अभी आप सुधर जाएं अन्यथा आने वाले समय में शुद्ध प्राणवायु की कमी, जिससे आपके और आपके बच्चों के पीठ पर ऑक्सीजन सिलेंडर हुआ करेगा. जैसा की आप मेरे पीठ पर सिलेंडर और नाक में ऑक्सीजन मास्क देख रहे हैं. यात्रा के दौरान ऑक्सीजन मैन के एक हांथ में तिरंगा होता है, जो देशवासियों में राष्ट्र प्रेम और देश प्रेम का हुंकार भरता है. वहीं पर्यावरण संरक्षण के लिए दूसरे हांथ में एक प्ले कार्ड होता है, जिस पर सांसे हो रही है कम आओ पेड़ लगाएं हम का सकारात्मक संदेश छपा होता है. इनके गले में भी एक प्ले कार्ड लटकी होती है, जिस पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और पर्यावरण बचाओ जीवन बचाओ का अहम संदेश छपी होती है. इनके सिर में एक सफेद रंग का एक टोपी होती है, जिस पर जल बचाओ जीवन बचाओ और जल ही जीवन का संदेश छपी होती है. ऑक्सीजन मैन को इसी गेटअप में सड़क नजर आते हैं. कभी नई दिल्ली तो कभी पटना तो कभी मुंबई इसी तरह से रोटेशन में घूम घूमकर देशवासियों को जागरूक करते रहते हैं. इस दौरान बेटी और वन को बचाने के लिये बेटी के सम्मान में बेटी के नाम से हर घर के दरवाजे पर पौधरोपण भी करते हैं. इन्होंने अबतक पांच लाख से ज्यादा बेटियों के सम्मान में पौधरोपण कर चुके हैं. अभी हाल में ही ऑक्सीजन मैन का नई दिल्ली के इंडिया गेट पर 75 हजार किलोमीटर का ऑक्सीजन बचाओ हरित यात्रा कैंपेन पूरा हुआ. यात्रा के दौरान ऑक्सीजन मैन देश के करोड़ो लोगों से मिलकर पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान चलाया. देश के दर्जनों अभिनेता और राजनेताओं सहित देश के गणमान्य उद्योगपति भी ऑक्सीजन मैन के जज्बे का कायल हो चुके हैं.
ऑक्सीजन बचाओ हरित यात्रा कैंपेन शुरू करने का भी बड़ा रोचक तथ्य:-
ऑक्सीजन मैन विभिन्न शादी समारोह, जन्मदिन, शादी के सालगिरह, मुंडन, जनेऊ और श्राद्धकर्म जैसे मांगलिक आयोजनों के अवसर पौधरोपण और पौधा भेंट करने के लिए परंपरा बनाने के लिए पौधा लेकर भेंट करने और पौधरोपण करने के पहुंच जाते थे. कई कार्यक्रम में तो पौधा को सहर्ष स्वीकार कर लिया जाता था तो कई कार्यक्रम से भगा दिया जाता है. चुकीं गांव में इन मांगलिक आयोजनों के अवसर पर चुमावन(पैसा) देने की परंपरा थी, ऑक्सीजन मैन इसके विपरित पौधा लेकर पहुंच जाते थे. शुरुआती दौर में लोग इनके बातों को समझ नहीं पा रहे थे. हांथ में पौधा देख कई शादी समारोह से जब इनको भगा दिया गया और यहां तक कि खाना तक नहीं खाने दिया जाता था. उसके बाद रात-रात भर रोते थे, फिर सुबह होते ही अपने आपको संभालते थे. नई ऊर्जा के साथ पुनः अपने मिशन में लग जाते थे. एक दिन इन्होंने ठान लिया कि ये लोग मेरी बात को भले ही नहीं समझ रहे हैं, लेकिन मैं भी उनको समझाकर ही चैन का सांस लूंगा. इसी दौरान इनके दिमाग में एक आइडिया आया कि क्यों न पीठ पर जाड़ में पौधा और नाक में ऑक्सीजन मास्क लगाकर अपनी संदेश को प्रसारित करने के लिए लोगों तक पहुंचा जाय, उसके बाद ऑक्सीजन मैन जब पीठ पर पौधा और नाक में ऑक्सीजन मास्क लगाकर सांसे हो रही है कम आओ पेड़ लगाएं हम का गगनचुंबी नारा बुलंद करते हुए गांव के सड़क पर उतरे तो लोग इन्हें पागल कहने लगे तो कई युवा इनके कान में आकर सिटी बजाकर भाग जाते थे. फिर भी इन्होंने हार नहीं माना पागल शब्द को आशीर्वाद समझ कर यात्रा को आगे बढ़ाते गए और उस यात्रा का नाम दिया ऑक्सीजन बचाओ हरित यात्रा कैंपेन.कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन की कमी से जब कई युवा का जान चला गया तब जाकर लोग इनके अहमियत को समझने लगे और आज इन्हें बड़े सम्मान से बड़े-बड़े कार्यक्रमों में बुलाया जाता है. शादी के आमंत्रण पत्र इनके स्लोगन सांसे हो रही है कम आओ पेड़ लगाएं हम को प्रिंट करवाया जा रहा है. कई शादी समारोह से आमंत्रण आता है कि जब तक वरमाला के समय वर-वधू को ऑक्सीजन मैन के हांथ से पौधा प्राप्त नहीं कर लेते हैं तब हम शादी नहीं करेंगे.अब तो शादी के कार्ड पर ऑक्सीजन मैन का नाम छपवाया जा रहा है कि मुख्य अतिथि के रूप में ऑक्सीजन मैन राजेश कुमार सुमन उपस्थित होकर वर-वधू को हरित आशीर्वाद देंगे.
बताते चलें कि 35 वर्षीय ऑक्सीजन मैन राजेश कुमार सुमन समस्तीपुर के रहने वाले हैं.ऑक्सीजन मैन बचपन से ही बैरागी किस्म के युवा हैं. बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए ऑक्सीजन मैन के नेतृत्व में युवाओं के एक टीम द्वारा ग्रीन पाठशाला बीएसएस क्लब भी चलाया जा रहा है, जहां बच्चों को पर्यावरण संरक्षण और प्रेम का पाठ पढ़ाया जाता है. समय समय पर पर्यावरण संरक्षण और जल सरंक्षण के लिए अनुसंधान कार्य भी किया जाता है. अंत में ऑक्सीजन मैन देशवासियों से अपील करते हैं कि जन्मदिन और शादी के सालगिरह पर केक काटने के बजाय या साथ-साथ अपने शुद्ध प्राणवायु के लिए पौधरोपण करने का हमें संस्कार बनाना चाहिए. इससे आने वाले समय में फल के साथ साथ हमें शुद्ध प्राणवायु भी मिलेगा.अन्य शुभ मुहूर्त के अवसरों पर पौधरोपण को संस्कार बनाने के लिए अपील करते हैं. पुराने जंगल को भी बचाने की आवश्यकता है. विदित हो कि ऑक्सीजन मैन कई गांव को इको विलेज और कार्बन निगेटिव विलेज बनाने में भी जुटे हैं. कई गांव को गोद लेकर बेटी के सम्मान में बेटी के नाम से हर घर के दरवाजे पर पौधरोपण अभियान चला रहे हैं. ऑक्सीजन मैन को पर्यावरण सांसद,ग्लोबल एनवायरनमेंट एंड क्लाइमेट चेंज लीडर,पर्यावरण योद्धा सहित दर्जनों सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है.