खोदावंदपुर/बेगूसराय। सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र खोदावन्दपुर के द्वारा मिशन लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरमेंट के अंतर्गत विश्व पर्यावरण दिवस सह प्राकृतिक खेती पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में लगभग डेढ़ सौ से अधिक किसानों ने भाग लिया. आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ रामपाल, वैज्ञानिक डॉ सुषमा टम्टा एवं प्रगतिशील किसानों के द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया गया. सेमिनार में बोलते हुए वैज्ञानिक डॉ सुषमा टम्टा ने जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जलवायु अनुकूल खेती में उपयोग होने वाले विभिन्न तकनीकों तथा मशीनों के बारे में किसानों के बीच में चर्चा की. इसके अलावे पशु वैज्ञानिक डॉ विपिन ने प्राकृतिक खेती में होने वाले विभिन्न प्रकार के घटक के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इसके साथ ही डॉ पाटिल ने फलदार वृक्षों के महत्व के बारे में तथा विभिन्न प्रकार के सब्जी की खेती के बारे में विस्तार से चर्चा की. वहीं प्रगतिशील किसान अरुण चौधरी ने जलवायु अनुकूल कृषि के विभिन्न तकनीकों का उपयोग के बारे में जानकारी दी. साथ ही प्रगतिशील किसान रामकुमार ने प्राकृतिक खेती के महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा की.जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के वरीय शोध सहायक अभय रंजन ने जलवायु अनुकूल कृषि खेती के विभिन्न तकनीकी तथा जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए खेती में होने वाले विभिन्न रोग एवं कीट के प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इस कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालन सहायक अमितेश कुमार गौरव ने किया.