खोदावंदपुर/बेगूसराय। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर कालाजार रोगियों को चिन्हित कर उसके समुचित इलाज की व्यवस्था का अभियान शुरू किया गया है. दौलतपुर पंचायत से इस अभियान की शुरुआत की गयी है. इसकी जानकारी देते हुए खोदावंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार ने बताया कि कालाजार उन्मूलन के लिए यह अभियान स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर चलाया जा रहा है.यह अभियान प्रखंड क्षेत्र के सभी 8 पंचायतों में आगामी 30 जून तक चलाया जायेगा. उन्होंने बताया कि घर-घर कालाजार रोगी स्वास्थ्य कर्मी एवं आशा कार्यकर्ता के द्वारा टोले मुहल्ले में हर घर जाकर कालाजार रोगियों की खोजबीन शुरू की गयी है. उन्होंने बताया कि कालाजार के लक्षण वाले व्यक्ति की खोदावंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में समुचित इलाज की व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि 15 या 15 दिनों से अधिक दिनों तक लगातार बुखार रहने पर कालाजार होने की संभावना रहती है. उन्होंने बताया कि बुखार से पीड़ित व्यक्ति जिन्होंने बुखार के दौरान मलेरिया की दवा अथवा एंटीबायोटिक का सेवन किया है फिर भी बुखार ठीक नहीं हुआ हो, यह कालाजार होने का लक्षण है.इसके अलावे भूख की कमी हो या उदर बढ़ गया हो तथा शरीर काला पड़ रहा हो यह कालाजार होने के दायरा में आता है. यदि किसी व्यक्ति ने पूर्व में कालाजार का इलाज कराया हो फिर भी बुखार आ रहा हो या पीकेडीएल के लक्षण वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार ना हो लेकिन उनके शरीर के चमड़े पर चकता अथवा दाग हो, ऐसा मरीज भी कालाजार से प्रभावित हो सकता है.प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि कालाजार रोगियों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था सरकारी अस्पताल में है. सरकारी अस्पताल में ऐसे रोगियों का इलाज करवाने पर उसे मुख्यमंत्री सहायता कोष से 6600 रुपये एवं भारत सरकार के सौजन्य से 4000 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है. इस मौके पर बीएचएम सुरेन्द्र कुमार, बीसीएम दयाशंकर पासवान, डीएस मोहम्मद जियाउल, आशा कार्यकर्ता समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.