अच्छे कर्म का अच्छा एवं बुरे कर्म का मिलता है बुरा फल: न्यायाधीश, छौड़ाही में श्रीमद् भागवत कथा सप्ताहिक ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन उमड़ पड़ी भक्तों की भीड़

खोदावंदपुर/बेगूसराय। अच्छे कर्म का अच्छा एवं बुरे कर्म का बुरा फल मिलता है. यह बातें भागवत गीता में लिखी हुयी हैं. भगवान कृष्ण ने महाभारत युद्ध के समय में अपने प्रिय शिष्य अर्जुन को कर्म का मर्म समझाते हुए कहा था.छौड़ाही में श्रीमद् भागवत कथा सप्ताहिक ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार बेगूसराय के सतीश कुमार झा ने यह बातें सोमवार की देर शाम कहीं.वे भागवत कथा की महिला का बखान करते हुए उन्होंने कहा कि जैसा कर्म करेंगे, वैसा ही फल मिलेगा. इसमें कोई सन्देह नहीं है. इसलिए मानव को हमेशा अच्छा कर्म करना चाहिये. हमेशा दीन दुखियों, गरीबों, शोषित पीड़ितों की मदद करनी चाहिये. न्यायाधीश ने छौड़ाही में हो रहे भागवत कथा से मानव के अच्छे कर्म के बारे में सीख लेने की सलाह लोगों को दिया. वहीं आयोध्या धाम के सुप्रसिद्ध कथाव्यास परमपूज्य श्रद्धेय आचार्य लवकुश शास्त्री जी महाराज ने कहा कि आध्यात्म के बिना शांति व आनन्द की प्राप्ति नहीं हो सकती.भागवत कथा अध्यात्म से जुड़ने का एकमात्र उपाय है.अध्यात्म से ही मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है.सांसारिक जंजालों में उलझे लोग अपने मानव जीवन के मूल उद्देश्यों से भटक जाते हैं, ऐसे लोगों को कभी भी आनन्द की प्राप्ति नहीं होती. इससे पूर्व आगत अतिथियों को मिथिला की पाग, मोमेंटो एवं राधा कृष्ण का पट्टा भेंटकर उन्हें स्वागत किया गया. मौके पर न्यायाधीश सतीश कुमार झा व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रंजना झा, वरिष्ठ अधिवक्ता सुबोध कुमार झा, पीएलभी धर्मेन्द्र कुमार, मुख्य यजमान सह पत्रकार अंजन कुमार आकाश, आयोजक ब्रजनंदन महतो, संरक्षक अंजेश कुमार, राधाकृष्ण परिवार ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष रामनरेश यादव, भारतीय रेल में सिनियर सेक्शन इंजिनियर रविन्द्र कुमार रमण, स्थानीय ग्रामीण बबलू कुमार महतो, सुशील कुमार, महेन्द्र महतो, विनोद कुमार महतो, महेश महतो,सेवानिवृत्त शिक्षक राम प्रकाश महतो, शयाम सुन्दर महतो, प्रकाश आनंद, अमित लाल, जगदीश महतो, बिहारी यादव, सुरेश यादव समेत बड़ी संख्या श्रद्धालु उपस्थित थे.