भागवत कथा के श्रवण से जीवन में मिलती है आध्यात्मिक शक्ति: मंजू वर्मा, छौड़ाही में श्रीमद् भागवत कथा सप्ताहिक ज्ञान यज्ञ में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़

खोदावंदपुर/बेगूसराय। इस कलियुग में लोग सांसारिक जंजालों में उलझे हुए हैं. इस मायाजाल से लोग उबरना तो चाहते हैं, परन्तु वैसा कर्म नहीं करते. जीवन में आनन्द एवं शांति के लिए आत्मचिंतन नहीं करते. इस कलिकाल में भागवत कथा के श्रवण से आध्यात्मिक शक्ति मिलती है. मानवों में आत्मिक चेतना जगती है. छौड़ाही में आयोजित भागवत कथा आयोजन स्थल पर अपने विचार रखती हुई बिहार सरकार के पूर्व समाज कल्याण मंत्री कुमारी मंजू वर्मा ने यह बातें कहीं. भागवत कथा आयोजन के तीसरे दिन बुधवार को कार्यक्रम स्थल पर श्रद्धालुओं के बीच अपनी बात रखती हुई पूर्व मंत्री ने कहा कि सभी जीवों में मानव श्रेष्ठ हैं, क्योंकि इसके पास सोचने समझने की बुद्धि है.परंतु यही मानव अगर अपने आचरण में दानवता का व्यवहार करता है तो उसे पशुवत ही माना जाता है.हमें हर मानव को ईश्वर के अंश के रूप में देखने की भावना जागृत करनी चाहिये, तभी जीवन यादगार बन सकेगा.जीवन को सर्वश्रेष्ठ बनाने का सरलतम साधन भागवत कथा का मनन करना है.इस मौके पर अयोध्या के प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य लवकुश शास्त्री जी महाराज ने भागवत कथा के तीसरे दिन माता सती एवं बालक ध्रुव के जीवन चरित पर प्रकाश डाला और बताया कि अहंकार मानव का सबसे बड़ा दुश्मन है, जो सबकुछ हर लेता है तथा ज्ञान व भक्ति प्राप्ति के लिए कोई आयु सीमा नहीं होती. केवल ईश्वर के प्रति श्रद्धा एवं भक्ति से मोझ मिल सकता है. इससे पूर्व आगत अतिथियों का स्वागत मुख्य यजमान सह पत्रकार अंजन कुमार आकाश, आयोजक ब्रजनंदन महतो, संरक्षक अंजेश कुमार, राधाकृष्ण परिवार ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष रामनरेश यादव के द्वारा फूल मालाओं, मोमेंटो एवं राधा कृष्ण का पट्टा भेंट कर स्वागत किया गया.मौके पर शिक्षाविद राज नारायण चौधरी, भाजपा नेता रामकुमार वर्मा, जदयू नेता चन्द्रशेखर वर्मा, छौड़ाही प्रखंड जदयू अध्यक्ष राम नरेश आजाद, खोदावन्दपुर प्रखंड जदयू अध्यक्ष मनीष कुमार, स्थानीय ग्रामीण बबलू कुमार महतो, सुशील कुमार, महेन्द्र महतो, विनोद कुमार महतो, महेश महतो, सेवानिवृत्त शिक्षक रामप्रकाश महतो, शयाम सुन्दर महतो, प्रकाश आनंद, अमित लाल, जगदीश महतो, बिहारी यादव, सुरेश यादव समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.