बेगूसराय। नमक गौरव यात्रा की जगह इस वर्ष 17 अप्रैल से 21 अप्रैल तक मुंगेर कमिश्नरी से लेकर बेगूसराय गढ़पुरा नमक सत्याग्रह स्थल तक पांच दिवसीय नमक सत्याग्रह यात्रा आयोजित किया गया है। नमक सत्याग्रह गौरव यात्रा समिति के राष्ट्रीय महासचिव राजीव कुमार ने एक खास मुलाकात के दौरान रविवार को पत्रकारों से एक खास बाते करते हुए कहीं।
*फाइल फोटो*
उन्होंने बताया कि नमक सत्याग्रह स्थल गढ़पुरा के प्रति जिला प्रशासन के अधिकारी पिछले 10 वर्षों से चली आ रही घोर अपेक्षा पूर्ण नीति और निर्णयों के कारण सत्याग्रह यात्रा यह किया जा रहा है।राष्ट्रीय महासचिव राजीव ने बताया कि नमक सत्याग्रह स्थल पर दो- दो बार सीएम नीतीश व जीतन राम मांझी दोनों सीएम के अलावे डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और कई मंत्री गण श्री बाबू के नमक सत्याग्रह स्थल को नमन करने के लिए आए। सीएम नीतीश कुमार के द्वारा नमक सत्याग्रह स्थल पर जमीन का अधिग्रहण कर वहां पर विकसित करने का निर्देशक तत्कालीन डीएम को दिया था, लेकिन 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक एक सूई के नोक के बराबर भी जमीन का अधिग्रहण नमक सत्याग्रह स्थल पर अभी तक जिला प्रशासन के द्वारा नहीं किया गया है। इसके लिए नमक सत्याग्रह गौरव यात्रा समिति के सदस्यों के द्वारा कई बार पीएम, सीएम और डीएम साहब को पत्राचार भी किया गया। कई बार आंदोलन भी किए गए, लेकिन जमीन अधिग्रहण नमक सत्याग्रह स्थल पर नहीं किया गया है। इस बार सत्याग्रह यात्रा 17 अप्रैल को सुबह 10 बजे में मुंगेर कमिश्नर मुख्यालय पर, दोपहर बाद सा० कमाल प्रखंड मुख्यालय पर, 18 अप्रैल को बलिया अनुमंडल मुख्यालय में और दोपहर बाद मटिहानी प्रखंड मुख्यालय में, 19 अप्रैल को बेगूसराय जिला मुख्यालय में, 20 अप्रैल को मंझौल अनुमंडल मुख्यालय में तथा 21 अप्रैल को गढपूरा प्रखंड मुख्यालय पर सत्याग्रह किया जाएगा। इसका मूल उद्देश्य है सोए हुए समाज सिस्टम व सरकार को जगाने का काम किया जाएगा। इसके माध्यम से अपने विरासत तथा आधुनिक बिहार के निर्माण कर्ता श्री कृष्ण सिंह (श्री बाबू) जैसे राष्ट्र नायकों की स्मृतियों को वर्तमान आने वाले पीढ़ियों के हित में संरक्षित, सुरक्षित व संबंधित करना है, जिससे प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को सुनिश्चित कर सके।
उन्होंने बताया कि नमक सत्याग्रह स्थल गढ़पुरा के प्रति जिला प्रशासन के अधिकारी पिछले 10 वर्षों से चली आ रही घोर अपेक्षा पूर्ण नीति और निर्णयों के कारण सत्याग्रह यात्रा यह किया जा रहा है।राष्ट्रीय महासचिव राजीव ने बताया कि नमक सत्याग्रह स्थल पर दो- दो बार सीएम नीतीश व जीतन राम मांझी दोनों सीएम के अलावे डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और कई मंत्री गण श्री बाबू के नमक सत्याग्रह स्थल को नमन करने के लिए आए। सीएम नीतीश कुमार के द्वारा नमक सत्याग्रह स्थल पर जमीन का अधिग्रहण कर वहां पर विकसित करने का निर्देशक तत्कालीन डीएम को दिया था, लेकिन 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक एक सूई के नोक के बराबर भी जमीन का अधिग्रहण नमक सत्याग्रह स्थल पर अभी तक जिला प्रशासन के द्वारा नहीं किया गया है। इसके लिए नमक सत्याग्रह गौरव यात्रा समिति के सदस्यों के द्वारा कई बार पीएम, सीएम और डीएम साहब को पत्राचार भी किया गया। कई बार आंदोलन भी किए गए, लेकिन जमीन अधिग्रहण नमक सत्याग्रह स्थल पर नहीं किया गया है। इस बार सत्याग्रह यात्रा 17 अप्रैल को सुबह 10 बजे में मुंगेर कमिश्नर मुख्यालय पर, दोपहर बाद सा० कमाल प्रखंड मुख्यालय पर, 18 अप्रैल को बलिया अनुमंडल मुख्यालय में और दोपहर बाद मटिहानी प्रखंड मुख्यालय में, 19 अप्रैल को बेगूसराय जिला मुख्यालय में, 20 अप्रैल को मंझौल अनुमंडल मुख्यालय में तथा 21 अप्रैल को गढपूरा प्रखंड मुख्यालय पर सत्याग्रह किया जाएगा। इसका मूल उद्देश्य है सोए हुए समाज सिस्टम व सरकार को जगाने का काम किया जाएगा। इसके माध्यम से अपने विरासत तथा आधुनिक बिहार के निर्माण कर्ता श्री कृष्ण सिंह (श्री बाबू) जैसे राष्ट्र नायकों की स्मृतियों को वर्तमान आने वाले पीढ़ियों के हित में संरक्षित, सुरक्षित व संबंधित करना है, जिससे प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को सुनिश्चित कर सके।