खोदावंदपुर/बेगूसराय। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोदावंदपुर परिसर में गुरुवार को जीविका सीएम दीदियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित की गयी.इसकी जानकारी देते हुए सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से क्षेत्र के सभी जीविका सीएम दीदी को परिवार नियोजन से संबंधित जानकारी दी गयी. साथ ही सभी सीएम दीदी को अपने अपने क्षेत्रों के वैसे लाभार्थी को परिवार नियोजन करायें, जो अपना परिवार पूरा कर लिया हो. तथा वैसे दंपत्ति को जागरूक करें, जो कुछ ही दिन पहले विवाह रस्म में बंधे हैं. उन्होंने कहा कि नये योग्य दंपत्ति को कम से कम दो साल के बाद परिवार की परिकल्पना करने की सलाह देने की बात कहीं. जिससे महिलाओं एवं बच्चों का मानसिक व शारीरीक विकास हो सकें और अगले परिवार परिकल्पना के लिए परिपक्व हो. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि इस परिवार नियोजन में आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जीविका दीदी समेत अन्य लोग भाग ले सकते हैं और लाभार्थी को परिवार नियोजन संबंधित लाभ दिला सकते हैं. जो जीविका दीदी परिवार नियोजन संबंधित महिला बंध्याकरण ऑपरेशन, पुरुष नसबंदी, पीपीआईयूसीडी अंतरा इंजेक्शन लगा लेते हैं तो उन सभी को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. उन्होंने अधिक से अधिक लाभार्थी को इस योजना का लाभ दिलाने के प्रति जागरूकता अभियान चलाने की बात कहीं. वहीं स्वास्थ्य प्रबंधक सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि अगर कोई जीविका दीदी या अन्य कर्मी किसी एक महिला का बंध्याकरण ऑपरेशन करवाती है तो लाभार्थी को प्रेरित कर लाने वाले व्यक्ति को 300 रुपये दिया जायेगा और जो लाभार्थी महिला ऑपरेशन करवाती है तो उन्हें 2000 रुपये दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति पुरुष नसबंदी करवाते हैं तो उन्हें 400 रुपया और पुरुष नसबंदी कराने वाले लाभार्थी को 3000 रुपये दिया जायेगा. अगर कोई व्यक्ति अंतरा सुई लगाते हैं तो लाभार्थी और उत्प्रेरक को 100 रुपये दिये जायेगें. इसके अलावे कंडोम निरोध, छाया मलायन, इसीपिल जैसे अस्थाई विधि के बारे में भी विस्तार से फायदा और नुकसान के बारे में बताया गया. साथ ही साथ गैर संचारी रोग जागरूकता बैठक जैसे- कैंसर, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग एवं स्ट्रोक से संबंधित जागरूकता बैठक करने के लिए जीविका सीएम को बताया गया कि अपने-अपने समूह के जीविका दीदियों को अवश्य बतायें, ताकि इस बीमारी से कम से कम लोग ग्रसित हो सकें और इस बीमारी से होने वाले नुकसान से बच सकें तथा सभी जीविका सीएम को निर्देश दिया गया कि समूह में जाकर 30 वर्ष से ऊपर सभी लाभार्थी को जागरूक करने की बात कहीं. ताकि एमसीडी कार्यक्रम के तहत स्क्रीनिंग और जांच अवश्य करायें, जिससे इस बीमारी का पता चल सकें और स्वास्थ्य में इलाज हो सकें. बीसीएम दयाशंकर पासवान ने कहा कि गैर संचारी रोग किसी दूसरे में फैलने वाला बीमारी नहीं है, लेकिन अगर इस बीमारी पर विशेष ध्यान नहीं दिया जायेगा तो असामायिक मृत्यु भी हो सकती है. बैठक में जीविका सामुदायिक समन्वयक भरत कुमार, एएनएम प्रमिला कुमारी समेत अनेक जीविका सीएम दीदी व कर्मी मौजूद थे.