खोदावंदपुर/बेगूसराय। धर्म एवं आध्यात्म को आचरण में उतारना जरूरी है. आचरण में लाये बिना आध्यात्म एवं धर्म का कोई अर्थ नहीं रह जाता. भगवान राम ने अपने अवतार में सामाजिक समरसता के लिए कार्य किया.उन्होंने पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन का आदर्श बताया. उपर्युक्त बातें स्थानीय विधायक सह बिहार विधानसभा में सतारूढ़ दल के सचेतक राजवंशी महतो ने कहीं. वे खोदावंदपुर पंचायत के मुसहरी गांव में मंगलवार को नवाह यज्ञ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए कहीं. विधायक ने कहा कि आज बच्चों को सही शिक्षा देने की जरूरत है. यह आध्यात्म से जोड़े बिना संभव नहीं है. इस मौके पर बीडीओ राघवेंद्र कुमार ने कहा कि विज्ञान और आध्यात्म एक सिक्का के दो पहलू हैं.एक के अभाव में दूसरे का कोई अस्तित्व नहीं है.उन्होंने कहा कि आध्यात्म मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है, जो मनुष्य को सही कार्य करने के लिए प्रेरित करती है. बताते चलें कि राम चरित मानस प्रचार संघ बेगुसराय के तत्वावधान में मुसहरी गांव में संत सम्मेलन एवं सीताराम नाम नवाह यज्ञ का आयोजन किया गया है. यह कार्यक्रम आगामी 3 मार्च तक चलेगा.कार्यक्रम के पहले दिन आगन्तुक अतिथियों को व्यवस्थापक राम कृष्ण शरण के द्वारा मालाओं, डायरी, कलम एवं अंग वस्त्रम से सम्मानित किया गया. इस मौके प्रखंड प्रमुख संजू देवी, अंचलाधिकारी अमरनाथ चौधरी, पंचायत की मुखिया शोभा देवी, सरपंच संजू देवी, पंसस किरण देवी, उप मुखिया कामेश्वर महतो, श्री हनुमान मानस गोष्ठी के मंत्री रामजपो साह, राम बदन महतो, अध्यक्ष राम नन्दन शरण, उपाध्यक्ष देव नारायण चौधरी, संस्कृति मंत्री रामाशीष भगत आदि ने भी अपना अपना उदगार व्यक्त किया.
वहीं श्री हनुमान मानस गोष्ठी संघ के सचिव राम कृष्ण शरण ने बताया कि श्री श्री 108 श्री सीताराम नाम नवाह महायज्ञ का आयोजन मुसहरी गांव में किया गया है, जिसमें प्रथम दिन 21 फरवरी को रामचरित मानस प्रचार संघ बेगूसराय संत सम्मेलन का किया गया. साथ ही 22 फरवरी को सुबह में गाजेबाजे के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली जायेगी. उन्होंने कहा कि 25 फरवरी को महात्माओं एवं संतों का भंडारा किया जायेगा तथा आगामी तीन मार्च को कलश विसर्जन के साथ नवाह महायज्ञ संपन्न हो जायेगा.