खोदावंदपुर: महाशिवरात्रि को लेकर गाजे-बाजे के साथ निकाली गयी भव्य कलश शोभायात्रा, क्षेत्र के प्रसिद्ध स्थान देवी गाछी तारा बरियारपुर, चकवा एवं फफौत स्थित शिव मंदिर परिसर में कार्यक्रम आयोजित

खोदावंदपुर/बेगूसराय। शनिवार को महाशिवरात्रि को लेकर गाजे-बाजे के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गयी. कलश यात्रा में 251 नर-नारियों ने भाग लिया.शोभायात्रा क्षेत्र के प्रसिद्ध स्थान देवी गाछी तारा बरियारपुर से निकाली गयी, जो शिव शक्ति भोलेनाथ मंदिर परिसर से सर्कल चौक, तारा चौक से फफौत पुल चौक होते हुए बूढ़ीगंडक नदी के नरहन पुल घाट स्थित कलश में जल भरा गया. उसके बाद गाजेबाजे के साथ शोभायात्रा पुनः उसी रास्ते से होते हुए मंदिर परिसर पहुंचा, जहां सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. वहीं दूसरी ओर जाटेश्वर धाम शिव मंदिर चकवा से भी महाशिवरात्रि के मौके पर कलश शोभायात्रा निकाली गयी, जो शोभायात्रा जाटेश्वर धाम चकवा से सर्कल चौक, तारा चौक, फफौत पुल चौक से बूढ़ीगंडक नदी के नरहन पुल घाट में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश में जल भरवाया गया, उसके बाद पुनः शोभायात्रा गाजेबाजे के साथ उसी रास्ते से होते हुए मुख्य पथ एस एच 55 पर पहुंचा. और शोभायात्रा सर्कल चौक, सीमान चौक से चकवा गांव का भ्रमण करते हुए मंदिर परिसर पहुंचा, जहां सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ की शिवलिंग जलाभिषेक किया. कलश शोभायात्रा में 311 श्रद्धालुओं ने भाग लिया. इस कलशयात्रा में दर्जनों श्रद्धालुओं ने अपने-अपने कंधे पर कॉवर लेकर बाबा भोलेनाथ को जल अर्पण किया. शोभायात्रा में ग्रामीण राजाराम यादव, रघुवीर महतो, लक्ष्मी दास, चंद्रचूर यादव उर्फ संजीव, मुकेश कुमार, संजीत कुमार, मंतोष कुमार, सरोज कुमार, सौरभ कुमार के अलावे चकवा गांव के दिनेश महाराजी, पांडव कुमार सिंह, अजीत कुमार, अनुराग कुमार, विपिन कुमार, रुपेश कुमार, वैद्यनाथ प्रसाद सिंह सहित अनेक श्रद्धालु शामिल थे.इस कार्यक्रम के आयोजन से लोगों में काफी उत्साह देखा गया.
इसके अलावे प्रखंड क्षेत्र के श्रीनव तारकेश्वर नाथ शिव मंदिर मटिहानी, तेतराही, बरियारपुर पश्चिमी, मेघौल, बरियारपुर पूर्वी, चलकी, सागीडिह, बाड़ा, मिर्जापुर, मलमल्ला, योगीडिह, खोदावन्दपुर, मोहनपुर, नुरुल्लाहपुर समेत अन्य शिव मंदिरों को आकर्षक ढ़ंग से सजाया गया. जहां सैकड़ों नर नारियों ने अहले सुबह से ही बूढ़ीगंडक नदी के विभिन्न घाटों, तालाबों व चापाकलों पर पवित्र स्नान कर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. तथा कई शिव मंदिरों परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
फफौत में श्री श्री 108 अष्टयाम महायज्ञ को लेकर निकाली गयी कलश शोभायात्रा-
महाशिवरात्रि के अवसर पर फफौत शिव मंदिर के प्रांगण में श्री श्री 108 अष्टयाम महायज्ञ को लेकर कलश शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ मंदिर परिसर से पुल होते हुए बूढ़ीगंडक नदी के नरहन पुल घाट स्थित वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश में जल भरा गया. उसके बाद शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ पूरे गांव का भ्रमण करते हुए शिव मंदिर परिसर पहुंचकर संपन्न हो गया. कलश शोभा यात्रा में 151 श्रद्धालुओं ने भाग लिया. इसकी जानकारी देते हुए पुजारी जगदेव यादव ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के मौके पर शिव मंदिर फफौत परिसर में अष्टयाम महायज्ञ का आयोजन किया गया है, जो 18 फरवरी को कलशयात्रा के साथ शाम से अष्टयाम महायज्ञ प्रारंभ किया गया. जो 19 फरवरी की शाम में कलश विसर्जन के साथ अष्टयाम महायज्ञ संपन्न हो जाएगा. शोभायात्रा में पूर्व मुखिया अनिल कुमार, ग्रामीण जीवछ राय, प्रमोद कुमार महतो, गोविंद राय, रामाश्रय राय, कारी सहनी, मंगल दास, अमरजीत कुमार, अरविन्द कुमार, बिमलेश कुमार सहित अनेक श्रद्धालुओं ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं.