खोदावंदपुर: मकान मालिक को भवन किराए पर देना पड़ा महंगा, पुलिस हस्तक्षेप के बावजूद भी नहीं हो सका खाली *पुलिस प्रशासन से भी लोगों को उठ रहा है भरोसा*

खोदावंदपुर/बेगूसराय। एक मकान मालिक को अपना भवन किराए पर देना महंगा पर गया. यह घटना बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के वार्ड 12 स्थित नन्दीवन टोल की है. जहां मकान मालिक स्वर्गीय उदित नारायण महतो के पुत्र श्याम बिहारी महतो ने अपने पंचायत क्षेत्र के वार्ड 4 निवासी सियाराम साह के पुत्र गणेश साह को वर्ष 2019 में अपना पक्का मकान किराए पर दिया था. किराएदार ससुराल में नहीं रहकर वह इसी गांव में किराए के मकान में रहकर कारोबार करना चाहता था. उस समय मकान मालिक सपरिवार प्रदेश में रहकर मजदूरी करते थे. तभी मकान खाली रहता था. अब उन्हें पुत्र के शादी के पश्चात मकान की जरूरत हो गयी है. उसने आज से लगभग तीन माह पूर्व ही किराएदार गणेश साह व उनकी पत्नी साधना देवी को मकान खाली करने की बात कहीं. भवन खाली नहीं करने पर मामला खोदावन्दपुर थाना पहुंचा, जहां पुलिस ने विगत 9 अक्टूबर को थाना परिसर में मकान मालिक श्याम बिहारी महतो के पुत्र सिद्धांत कुमार व किराएदार गणेश साह के बीच आपसी सहमति बनायी गयी. जिसमें आगामी 31 दिसंबर 2022 तक में किराएदार को मकान खाली करवाने का निर्देश दिया गया. निर्धारित समय में मकान नहीं खाली करने पर उसने इसकी सूचना किराएदार एवं पंचायत प्रतिनिधियों को दिया. इसके बाद मकान मालिक ने इसकी सूचना खोदावन्दपुर पुलिस को भी दिया. इससे आग बबूला होकर किराएदार ने मकान में अपना ताला जड़ दिया और इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दिया. पुलिस ने मामले को त्वरित कार्रवाई करते हुए उल्टे मकान मालिक को ही हिरासत में लेकर थाना ले आया और बीती रात सामाजिक हस्तक्षेप के बाद उसे थाना से मुक्त किया गया.
बताते चले कि इससे पूर्व किराएदार के मकान में रहने के बावजूद भी कई बार चोरी की घटना हो चुकी थी. और इसकी सूचना भी नहीं दी जाती थी. इससे नाराज चल रहे मकान मालिक ने वर्ष 2020 से ही अपना मकान खाली करवाने की कोशिश कर रहे हैं.
वहीं दूसरी ओर किराएदार गणेश साह ने कहा कि अभी मकान खाली नहीं करेगें. हम अपने घर का निर्माण करवा रहे हैं. जब तक घर का निर्माण कार्य पूरा नहीं होगा. तब तक भवन खाली नहीं करेगें. इस बीच किसी भी पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों की बात नहीं मानने की बात बतायी. साथ ही उन्होंने पुलिस प्रशासन के प्रति भी कड़ी शब्दों का इस्तेमाल किया.
कहते हैं अधिकारी- 
इस संदर्भ में थानाध्यक्ष सुदीन राम ने बताया कि किराएदार का घर तैयार होने एवं भीषण ठंड के कारण उन्हें अगले दो माह का और समय देने की बात मकान मालिक से कहा गया है. मकान तैयार होते ही किराएदार भवन खाली कर देगा.
बोले ग्रामीण-
कुछ ग्रामीणों का कहना है कि जब अक्टूबर माह में थाने के समक्ष समझौता कर तीन माह का समय दिया गया था. तो वह अपना गृह निर्माण कार्य कर सकते थे. या कहीं दूसरे जगहों पर मकान किराए पर लिया जा सकता था. ये एक सोची समझी साजिश के तहत मकान नहीं खाली किया जा रहा है.पुलिस प्रशासन को अपने बातों पर अडिग रहना चाहिए था. मौका एक बार मिलता है, बार- बार नहीं.