खोदावन्दपुर: आगामी 20 नवम्बर को होने वाले जिला सम्मेलन की तैयारी को लेकर चलाया जागरूकता अभियान, माली मालाकार कल्याण समिति बिहार के द्वारा कार्यक्रम आयोजित।

खोदावंदपुर/बेगूसराय। आगामी 20 नवम्बर को होने वाले माली मालाकार कल्याण समिति बिहार के द्वारा जिला सम्मेलन की तैयारी को लेकर पदाधिकारियों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.सोमवार को खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के बाड़ा, बरियारपुर पश्चिमी, चकवा, मेघौल आदि गांवों में इस कार्यक्रम को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया. इस मौके पर माली मालाकार कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष बबलू मालाकार ने कहा कि आज माली समाज उपेक्षित है. अत्यंत गरीब व शोषित इस समाज के कल्याण की बात कोई नहीं सोचता. उन्होंने कहा कि इस समाज से जुड़े महात्मा ज्योतिबा फुले एवं सावित्री बाई फुले ने माली समाज के साथ साथ शोषित पीड़ित वर्ग को शिक्षित करने में अपना जीवन लगा दिया. इन्हीं लोगों के प्रयास से महिलाओं में शिक्षा का समावेश हुआ. सावित्री बाई देश की पहली शोषित पीड़ित समाज की शिक्षिका बनी. उन्होंने कहा कि माली मालाकार कल्याण समिति समाज के गरीब गुरबे लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें शिक्षा से जोड़ने का प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में आगामी 20 नवम्बर को बेगूसराय में माली मालाकार कल्याण समिति का जिला स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. इस सम्मेलन को सफल बनाने एवं अधिक से अधिक लोगों की इसमें भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए यह समिति राज्य के हर जिले के गांव मुहल्लों में शोषित पीड़ित लोगों को जागरूक कर रही है. वहीं डॉ राजेश कुमार सैनी ने कहा कि महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले एवं भारत के प्रथम शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले के विचारों उनके द्वारा किए गए जनकल्याणकारी कार्यो को जन जन तक पहुंचने, आधी आबादी महिलाओं में शिक्षा की अलख जगाने, शोषित पीड़ित एवं वंचितों को उनका अधिकार दिलाने जैसे कार्यो को कर लोगों को मुख्य धारा में लाने का काम किया था. उनके इतिहास को भुलाया नहीं जा सकता है. साथ ही माली समाज को संगठित कर राज्य के प्रत्येक जिला में जिला सम्मेलन का आह्वान समाज के साथियों से की गई है.सघन जनसंपर्क अभियान में शामिल विजय कुमार, अविनाश कुमार माली, अभय कुमार, प्रो नवीन भारती, अतुल मेनन, मिथलेश कुमार मालाकार, राहुल कुमार, नरेन्द्र प्रसाद सैनी, कृष्ण कुमार मालाकार, जेपी मालाकार आदि ने बताया कि खोदावन्दपुर के अलावे छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र के सैदपुर, बथौल, बरैपुरा, नारायणपीपड़, चेरिया बरियारपुर के आकोपुर, गोपालपुर, रामपुर, बसही, खांजहांपुर, करोड़ समेत अन्य गांवों में जाकर लोगों को जागरूक किया गया है.