खोदावंदपुर/बेगूसराय। जिला प्रशासन गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि उत्पन्न होने के कारण बाढ़ की परिस्थितियों के मद्देनजर पूरी तरह से सतर्क होने के साथ-साथ बाढ़ एवं सूखा से प्रभावित व्यक्तियों को सभी आवश्यक राहत एवं सरकार द्वारा निर्धारित अनुदान पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। ये बातें बिहार सरकार के विधि मंत्री एवं जिला के प्रभारी मंत्री डॉ शमीम अहमद ने कलेक्ट्रेट स्थित कारगिल विजय सभागार भवन में बाढ़ अनुश्रवण से संबंधित समीक्षात्मक बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि राज्य के खजाने पर आपदा प्रभावित व्यक्तियों का पहला हक है, इसलिए जिले की वैसी आबादी जो बाढ़ अथवा सुखार से प्रभावित हैं, उन्हें हर संभव राहत मुहैया करवायी जाएगी। इस दौरान मंत्री ने वर्तमान में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जरूरत के अनुसार पर्याप्त संख्या में नावों का परिचालन कराने, समुदायिक किचन का संचालन कराने, मेडिकल कैंप का संचालन कराने, मवेशियों के लिए चारा एवं दवाइयां आदि की समुचित व्यवस्था कराने का भी निर्देश प्रभारी मंत्री ने डीएम को दिया है। डीएम रोशन कुशवाहा ने बैठक में संभावित बाढ़/अतिवृष्टि/सुखार के मद्देनजर गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि से उत्पन्न परिस्थितियों से प्रभावित व्यक्तियों को हर संभव सहायता मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस दौरान डीएम ने बताया कि गंगा का जलस्तर हथीदह में 60 से 70 सेंटीमीटर खतरे के निशान से गंगा नदी ऊपर बह रही है, लेकिन ऐसी संभावना है कि गंगा नदी का जलस्तर एक से दो दिनों के अंदर में इसमें कमी आ जाएगी। इस बैठक में डीएम रोशन कुशवाहा और एसपी योगेंद्र कुमार के अलावे बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र के विधायक कुंदन कुमार, मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह, तेघड़ा विधायक राम रतन सिंह, चेरिया बरियारपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजवंशी महतो, बखरी विधायक सूर्यकान्त पासवान, बछवाड़ा विधायक सुरेंद्र मेहता, साहेबपुरकमाल विधायक ललन यादव एवं विधान पार्षद सर्वेश कुमार, राजीव कुमार सिंह, सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार सिंह अमर सहित सभी जिला स्तरीय, अनुमंडल स्तरीय एवं अंचल स्तरीय पदाधिकारी भी मौजूद थे।