अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी के दौरान बच्चों के शैक्षणिक विकास पर हुई चर्चा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर नवटोलिया में कार्यक्रम आयोजित

खोदावंदपुर/बेगूसराय। खोदावन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के सभी विद्यालयों में शनिवार को उत्सवी माहौल में अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी आयोजित की गयी. पढेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे की थीम पर आयोजित इस संगोष्ठी में बच्चों के अभिभावकों से उनके बच्चे की पढ़ाई-लिखाई पर विस्तृत चर्चा की गयी. इस मौके पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर नवटोलिया में आयोजित बैठक में एचएम अब्दुल्लाह ने कहा कि सरकारी विद्यालयों के शैक्षणिक माहौल में सुधार के लिए यह कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा. सभी शिक्षक अभिभावकों की अपेक्षानुरूप अपने दायित्वों का निर्वहन करने का प्रयास निरंतर करते रहें. इस दौरान अभिभावकों से गर्मी की छुट्टी के दौरान विद्यालय द्वारा दिये गये गृहकार्य को पूरा करवाने में बच्चों की मदद करने की बात कही. सभी घर में बच्चों की पढ़ाई के लिए एक स्थान निर्धारित करने के लिए अभिभावकों से अनुरोध किया गया. इस अवसर पर सरकार द्वारा बच्चों के लिए उपलब्ध कराये गये स्कूल डायरी, एफएलएन किट सहित अन्य शिक्षण सामग्री से बच्चों के सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में क्या बदलाव लाया गया है तथा कौन-कौन से कदम उठाए गये हैं, इन सब प्रयासों का बच्चों के अधिगम प्रतिफल पर क्या सकारात्मक प्रभाव पड़ा है, इसकी जानकारी अभिभावकों को दी गयी. बैठक में सचिव शबाना प्रवीण सहित सभी अभिभावक व शिक्षक मौजूद थे.
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर विद्यालय में तंबाकू से दूर रहने की दिलायी गयी शपथ।
खोदावंदपुर/बेगूसराय। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शनिवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर नवटोलिया में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, इसमें उपस्थित, छात्रों, किशोर, किशोरियों, शिक्षकों व अभिभावकों को तम्बाकू का सेवन नहीं करने की शपथ दिलायी गयी. इस अवसर पर एचएम अब्दुल्लाह ने तम्बाकू जनित रोगों के बारे में बताते हुए उससे बचाव की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 90 प्रतिशत मुंह का कैंसर तम्बाकू सेवन के कारण होता है. तम्बाकू का किसी भी रूप में सेवन जीवन को बर्बाद करता है, इसलिए जिंदगी को हां कहें और तम्बाकू को न कहें. विद्यालय परिसर में तम्बाकू का सेवन किसी भी परिस्थिति में नहीं करें. बच्चों व अभिभावकों को तम्बाकू सेवन न करने की शपथ दिलायी गयी. मौके पर नेहा, नाफे कौनैन, रकीबा शहनाज सहित सभी शिक्षक व छात्र-छात्राएं मौजूद थे.