इण्टरमीडिएट की परीक्षा में श्री दुर्गा प्लस टू विद्यालय मेघौल के दो परीक्षार्थियों को जिला स्तर पर मिला तीसरा स्थान, अंजेश व खुशी ने सफलता का लहराया परचम।

राजेश कुमार,खोदावंदपुर,बेगूसराय। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा मंगलवार को जारी किये गये इण्टरमीडिएट परीक्षा परिणाम में राजकीयकृत श्री दुर्गा प्लस टू विद्यालय मेघौल के दो छात्र-छात्राओं ने अपनी सफलता का परचम लहराया है.इन दोनों परीक्षार्थियों ने बेगूसराय जिला में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया है. दो छात्र-छात्राओं ने जिला स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त कर अपने प्रखंड, विद्यालय ही नहीं बल्कि पूरे बिहार राज्य में अपना नाम रौशन किया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार राजकीयकृत श्री दुर्गा प्लस टू विद्यालय मेघौल के छात्र व चेरियाबरियारपुर प्रखण्ड क्षेत्र के गोपालपुर गांव निवासी नंद कुमार राय व सुषमा देवी के जेष्ठ पुत्र अंजेश कुमार को विज्ञान संकाय में कुल 500 पूर्णांक में से 471 अंक मिले हैं, जबकि इसी विद्यालय की छात्रा व मेघौल गांव की मन्नु सहनी व ललिता देवी की पुत्री खुशी कुमारी को कला संकाय में कुल 500 पूर्णांक में से 461 अंक मिले हैं. मिली जानकारी के अनुसार अंजेश के पिता गांव के ही प्राइवेट स्कूल में एकाउंटेंट है, जबकि उसकी मां गृहिणी है. अंजेश ने उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोपालपुर से वर्ष 2023 में 466 अंक लाकर मैट्रिक परीक्षा में प्रखंड टॉपर बना था. आगे अंजेश ने एनडीए की तैयारी करना चाहता था, उसका देश की सेवा करना ही मुख्य लक्ष्य है. अंजेश ने अपने सफलता का सारा श्रेय अपने माता पिता व गुरुजनों को दिया है. इस सफलता से अंजेश के माता पिता, चाचा चाची, रिश्तेदार, भाई आदित्य कुमार, बहन पल्लवी कुमारी, श्वेता कुमारी समेत उनके अन्य परिजन काफी प्रफुल्लित हैं.
वहीं दूसरी ओर गरीब और अत्यंत पिछड़ा वर्ग से जुड़ी खुशी कुमारी की इस सफलता से परिजनों एवं गुरुजनों में हर्ष का ठिकाना नहीं है. खुशी दो बहन व दो भाई है, जिसमें यह दूसरे स्थान पर है. इसके दो भाई सुमित कुमार, सन्नी कुमार अध्ययनरत है. इसकी छोटी बहन भी परियोजना बालिका प्लस टू विद्यालय मेघौल में इण्टर की छात्रा है. इसकी दादी मसोमात कबूतरी देवी भी अपनी पोती की सफलता से काफी प्रसन्नचित हैं. खुशी कुमारी की प्रारंभिक शिक्षा आदर्श मध्य विद्यालय मेघौल में हुई, जबकि इसने नवम, दशम् व इण्टर श्रीदुर्गा उच्च विद्यालय मेघौल से की है.
खुशी के माता पिता मजदूरी कर खासकर दोनों बेटियों को पढ़ा रही है, ताकि बेटी अपना घर के साथ-साथ शादी होने के बाद ससुराल वाले को भी शिक्षित कर सकें. खुशी ने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता के साथ-साथ विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मधुसूदन पासवान, शिक्षक सचिन कुमार, अभिनव कुमार सहित अन्य परिजनों व गुरुजनों को दी है.