राजेश कुमार,खोदावंदपुर/बेगूसराय.इन दिनों खोदावन्दपुर प्रखंड क्षेत्र में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर कागज पर ही संचालित की जा रही है, परंतु धरातल की सच्चाई इससे कोशों दूर है. 11 फरवरी को पत्रकारों की टीम हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर फफौत का पड़ताल करने पहुंची तो देखा कि सड़क किनारे एक हेल्थ बैलेंस सेंटर का बोर्ड लगा हुआ है. सामने एक पक्का के मकान में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर संचालित होता है. यहां रिचा कुमारी नामक सी एच ओ पदस्थापित हैं. अन्य एएनएम भी हैं, लेकिन शुक्रवार को यहां कोई कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर उपस्थित नहीं थे. यहां पर पदस्थापित कर्मियों का ना तो कहीं नेम प्लेट था और ना तो कहीं मोबाइल नंबर था. हद तो तब हो गया जब हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का रूम खुला था, उसमें कुर्सी, पंखा, रजिस्टर, टेबल, दवा रखा हुआ था. रूम खुला था, परंतु कर्मचारी नदारत थे। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति उस रूम में कोई जहरीला सामान रख देता, एक्सपायरी मेडिसिन रख देता या कोई संचिका या दवा वहां से गायब हो जाता तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. स्वास्थ्य विभाग को इसका जवाब आम जनों को देना चाहिये. स्वास्थ्य कर्मी के स्थान पर वहां नीलम जीवका समूह की कुछ महिलाएं समूह की बैठक कर रही थी. उनलोगों ने बताया पिछले दो-तीन घंटे से हम लोग यहां हैं, रूम इसी तरह खुला हुआ है. आज कोई कर्मचारी यहां नहीं आये हैं. मकान मालकिन ने बताया कि सी एच ओ आज बरियारपुर पूर्वी गयी है. दीदी लोग मंगलवार को नहीं आये हैं. आंगनबाड़ी केंद्र पर टीकाकरण में गयी है. यहां कोई नहीं आयी ठीक है, स्वास्थ्य कर्मी इस केंद्र पर नहीं आकर दूसरे केन्द्र पर टीकाकरण करने के लिए क्षेत्र में गयी है. यह भी ठीक है, लेकिन हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का रूम खुला कैसे है. यह एक गंभीर मामला है. दूरभाष पर जब सी एच ओ रिचा कुमारी से पत्रकारों ने बातचीत किया तो उन्होंने बताया कि 11 फरवरी को हमारा ड्यूटी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बरियारपुर पूर्वी में है. हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बंद करने का अधिकार नहीं है, हमेशा खुला ही रहता है. दूसरी बात उन्होंने बताया कि रूम को लॉक इसलिए नहीं करते हैं कि मकान मालिक कहते हैं कि हमारा घर-आंगन है. हम इस रूम का उपयोग करते हैं. आप ताला मत लगाइए. ताला लगाइए तो हमारा रूम खाली कर दीजिए. हमने इसकी जानकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व अपने विभाग को लिखित रुप से दे दिया हूँ. पिछले सात महिने से कोई नोटिस नहीं लिया जा रहा है.
बताते चले की पिछले दिनों नव पदस्थापित सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार के औचक निरीक्षण में भी सीएचसी खोदावन्दपुर के प्रभारी तथा दो अन्य चिकित्सक एवं दो लिपिक बिना सूचना उपस्थित पाये गये थे.
बोले हेल्थ मैनेजर:-
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को खुला छोड़कर अनुपस्थित रहना, दवा के रूप में ताला लगा हुआ नहीं होना. यह एक गंभीर मामला है. अभी पहले वाले प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का बदली हो गया है, नये प्रभारी आये ही हैं. योगदान कर लिये हैं.अभी प्रभार नहीं लिये हैं. प्रभारी से हम इसकी शिकायत करते है. जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई किया जायेगा.
सत्यदर्शी कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोदावंदपुर.