बाबा भोलेनाथ की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर गाजेबाजे के साथ निकाली गयी कलश शोभायात्रा, उगना महादेव मंदिर चकयद्दु एवं डिहवार स्थान मुसहरी, खोदावन्दपुर में कार्यक्रम आयोजित

खोदावंदपुर,बेगूसराय। फफौत पंचायत के चकयद्दु गांव स्थित नवनिर्मित उगना महादेव मंदिर में बाबा भोलेनाथ की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सोमवार को गाजेबाजे के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गयी.जो शोभायात्रा गाजेबाजे के साथ सिनरपुरा, मालपुर, मटिहानी, चकयद्दु, फफौत गांव के मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना करते हुए बूढ़ीगंडक नदी के नरहन पुल घाट पहुंची, जहां मेघौल गांव के विद्वान पंडित देवशंकर ठाकुर के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश में जल भरवाया गया, उसके बाद पुनः शोभायात्रा गांव का भ्रमण करते हुए नवनिर्मित उगना महादेव मंदिर चकयद्दु पहुंचकर संपन्न हो गया. इस कलश शोभायात्रा में 151 नर-नारियों ने भाग लिया. इसकी जानकारी देते हुए मुख्य यजमान राजेन्द्र महतो व उनकी पत्नी राजकुमारी ने बताया कि मन्नतें पूरी होने पर बाबा भोलेनाथ की स्थापना के लिए नवनिर्मित मंदिर बनवाया और 24 फरवरी को बाबा भोलेनाथ की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कलश शोभायात्रा निकाली गयी और 25 फरवरी को शिव पार्वती की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा दी जायेगी. उन्होंने बताया कि आगामी 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर शिवलिंगों पर श्रद्धालुओं द्वारा जलाभिषेक किया जायेगा. तथा रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जायेगा. वहीं विद्वान पंडित देव शंकर ठाकुर ने बताया कि कलश में सभी देवताओं का निवास होता है, कलश में भरे जल को कार्यक्रम स्थल पर रखने से साधक की हर मनोकामना पूर्ण होती है. इसलिए सभी श्रद्धालु को कलश में हिस्सा लेनी चाहिये. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्रामीण शिवकुमार, नवीन कुमार छोटू, राजेन्द्र कुमार, चन्दु पासवान, प्रविन्द्र कुमार उर्फ भोला राय सहित अनेक श्रद्धालुओं ने अपनी अहम भूमिका निभाई. उन्होंने बताया कि क्षेत्र के मंगल कामना को लेकर इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इससे पूरे इलाके का वातावरण भक्तिमय हो गया है.
बाबा डिहवार स्थान मुसहरी, खोदावन्दपुर में भगवान गणेश व माता पार्वती को दी गयी प्राण प्रतिष्ठा-
24 फरवरी को भगवान गणेश व माता पार्वती की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा को लेकर गाजेबाजे के साथ कलश शोभायात्रा निकाली गयी, जो शोभायात्रा मंदिर परिसर से मुसहरी, खोदावन्दपुर गांव होते हुए मुख्य पथ एस एच 55 पर पहुंची और सीमान चौक, सर्कल चौक, तारा चौक से फफौत पुल होते हुए बूढ़ीगंडक नदी के नरहन घाट पहुंची तथा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश में जल भरा गया. उसके बाद शोभायात्रा पुनः उसी रास्ते से खोदावन्दपुर गांव का भ्रमण करते हुए मंदिर परिसर पहुंचकर संपन्न हो गयी. इसकी जानकारी देते हुए ग्रामीण रामशंकर प्रसाद, अशोक कुमार, नीरज कुमार, उपेंद्र महतो, सूर्यनारायण महतो, महेश महतो, हरेराम महतो सहित अनेक लोगों ने बताया कि सोमवार की देर रात विद्वान पंडित गंगेश ठाकुर एवं उनके टीम द्वारा भगवान गणेश व माता पार्वती की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा दी जायेगी और 25 फरवरी की शाम से अष्टयाम महायज्ञ का शुभारंभ किया गया, जो 26 फरवरी की देर शाम विसर्जन के साथ संपन्न हो जायेगा.साथ ही प्रसिद्ध कलाकारों के द्वारा भजन कीर्तन का आयोजन भी किया जायेगा.