खोदावंदपुर/बेगूसराय। कम जगह और कम लागत में वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन करने पर पशुपालक अत्यधिक मुनाफा कमा सकते हैं. बकरी गरीबों की गाय और एटीएम है, जब चाहो तब भंजा लो. यह बातें कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर, बेगूसराय के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ राम पाल ने शनिवार को पिछले 6 दिनों से आयोजित बकरी पालन कृषक प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने बताया कि गत 13 जनवरी से बकरी पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा था, जिसमें क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया. प्रशिक्षण के दौरान पशु वैज्ञानिक डॉ विपिन कुमार ने बकरी पालन से संबंधित वैज्ञानिक तकनीक एवं उत्तम नस्ल उनकी संरचना के बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बकरी के आवास संरचना, टीकाकरण एवं उनके मार्केटिंग के बारे में नवीनतम जानकारी से अवगत कराया. प्रशिक्षक द्वारा केंद्र पर संचालित बकरी पालन इकाई का भी कृषकों को भ्रमण कराया गया, जहां प्रशिक्षणार्थियों ने व्यवहारिक जानकारी प्राप्त किया. प्रशिक्षण के दौरान किसानों को बकरी के व्यवसायिक पालन के लिए प्रेरित किया तथा राज्य सरकार द्वारा बकरी पालन पर मिल रहे अनुदान के बारे में भी किसानों को जानकारी दिया. इस मौके पर केविके द्वारा प्रशिक्षणार्थी किसानों को प्रशिक्षण का प्रमाण-पत्र भी वितरण किया गया. कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, कर्मी समेत दर्जनों महिला-पुरुष प्रशिक्षणार्थी किसान शामिल थे.