राजेश कुमार,खोदावंदपुर/बेगूसराय. शिक्षा ग्रहण करने का मतलब सिर्फ सरकारी नौकरियों पर ही निर्भर नहीं होना चाहिये, बल्कि शिक्षा के साथ कौशल और व्यवसायिक ट्रेनिंग समय की मांग है. उपरोक्त बातें छौड़ाही थानाध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर ने बुधवार को कही. वे छौड़ाही बाजार स्थित ज्ञानोदय "ए कैरियर आँरियेण्टेड पब्लिक स्कूल परिसर में आयोजित बाल मेला का उद्घाटन के बाद बतौर मुख्य अतिथि के रुप में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. थानाध्यक्ष ने कहा कि पढ़ाई के साथ बच्चों को स्वच्छता और व्यवहारिक ज्ञान भी देना अनिवार्य है, ताकि आज कल के हावी हो रहे वेस्टर्न कल्चर में उसे सुसभ्य संस्कारी और जिम्मेदार नागरिक बनाया जा सके. उन्होंने विद्यालय के इस प्रयास की सराहना करते हुये कहा कि नववर्ष के ऐसे अवसर पर जहाँ एक तरफ हमारे युवा पिकनिक स्पॉट की पहले से तैयारी कर रहे होते हैं. ऐसे में एक ऐसा विद्यालय, जहाँ बच्चों के बीच छुपी व्यवसायिक कौशल को निखारने का अनुठा प्रयास, उसमें भविष्य में सिर्फ नौकरियों पर निर्भरता को समाप्त कर आत्मनिर्भर बनाकर आत्म-सम्मान के साथ जीने का तरीके को हिच-किचाहट दूर होगा. थानाध्यक्ष ने कहा कि हमलोगों को प्रायः शैक्षणिक संस्थानों में जाने का मौका मिलता रहता है, लेकिन ज्ञानोदय का बाल मेला कार्यक्रम केवल प्रखंड स्तर ही नहीं, राष्ट्र स्तर पर बच्चों को यह संदेश देता है की बच्चे पढ़ लिखकर आत्मनिर्भर कैसे बन सकते हैं. उन्होंने विद्यालय के ऐसे प्रयास को छात्र जीवन में पढ़ाई और कमाई साथ-साथ कर आगे की पढ़ाई जारी रखने के साथ ही आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बेहतरीन पहल है. आयोजित बाल मेला में पानी से लेकर जूस, बर्गर, चाय, खिलौना समेत हरेक तरह का स्टॉल स्कूली बच्चों ने ही लगाये थे और बच्चों के अभिभावक और रिश्तेदारों ने मेले का भरपूर आनंद उठाया. बाल मेले में स्टॉल लगाने वाले बच्चे भी काफी उत्साहित थे. कार्यक्रम को विद्यालय के निदेशक सह प्रधानाचार्य अंजेश कुमार ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में छौड़ाही थाना के पुलिस अवर निरीक्षक कंचन कुमार दास, दिवाकर सिंह, शिक्षक अजय कुमार, अवनीत कुमार, पंकज कुमार, रमेश कुमार साहु, फुल हसन, लूसी कुमारी, ज्ञानी कुमार, अंकित कुमार, हरिनारायण कुमार, महेन्द्र महतो, मनीषा कुमारी, रूपक कुमार, अभिभावक संजय कुमार, शशिकांत प्रसाद वर्मा, नीलम कुमारी, रानी कुमारी, रूपम कुमारी, दशरथ कुमार, रुबी कुमारी, पूजा कुमारी, रामकुमार महतो, नंद कुमार महतो समेत अनेक अभिभावक व छात्र-छात्राएं मौजूद थे.