खोदावंदपुर,बेगूसराय। कृषि योग्य भूमि को व्यवसायिक भूमि बताकर लगान देने के मामले में सरकार को चुना लगाये जाने का मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार जोत की भूमि के नाम पर मात्र दस प्रतिशत लगान चुकाया जा रहा है। ऐसा मामला केवल खोदावंदपुर अंचल में ही नहीं बल्कि पूरे जिले समेत बिहार में देखा जा रहा है. जहां व्यापारी लोग लगान देने के नाम पर सरकार को चुना लगा रहे हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार समपरिवर्तन कराने में भूमि के वर्तमान मूल्य का दस प्रतिशत सरकार को राजस्व के रुप में देना होता है. वहीं प्रतिवर्ष व्यवसायिक गतिविधि के लिये राजस्व विभाग को दस गुना लगान देने का प्रावधान किया गया है. यह खेल राजस्व कर्मचारी एवं व्यवसाय करनेवाले लोगों की मिलीभगत से खेला जा रहा है.मिली जानकारी के अनुसार कृषि योग्य भूमि को व्यावसायिक भूमि बताकर करीब दस गुणा लगान देने से बचने का खेल किया जा रहा है. बताते चलें कि मेघौल पेठिया, बाड़ा हाट, ब्रहमस्थान नुरुल्लाहपुर, सागी, चलकी दुर्गा स्थान, नकटा पोखर, तेतराही, मसुराज आदि जगहों के भूस्वामी सरकार को सीधे तौर पर चुना लगाते हुए अवैध वसूली का कार्य करते हैं. सबकुछ जानते हुए भी स्थानीय प्रशासन एवं सम्बन्धित अधिकारी इस मामले में मूक दर्शक बने हुए हैं.