खोदावंदपुर/बेगूसराय। खोदावन्दपुर में बिहार लेलिन बाबू जगदेव प्रसाद की शहादत दिवस मनायी गयी. बाड़ा पंचायत के मिर्जापुर गांव में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय लोक मोर्चा बेगूसराय के युवा जिलाध्यक्ष तरुण कुमार रौशन ने कहा कि जगदेव बाबू क्रांतिकारिता और वैचारिक तीक्ष्णता को देखते हुए उन्हें बिहार लेनिन की उपाधि दी गयी. वे सामाजिक न्याय व धर्मनिरपेक्षता के प्रबल हिमायती के साथ-साथ धार्मिक पाखण्ड व देवी-देवता के शोषण वाले ब्राह्मणी कुटिलता के प्रबलतम विरोधी थे. अपने पिताजी के मरने के साथ ही जगदेव बाबू ने घर में पड़े सभी देवी-देवताओं की भी अंत्येष्टि कर दी थी. वहीं प्रखंड युवा जदयू अध्यक्ष सरोज कुमार ने कहा कि बिहार में एक क्रांतिपुंज ने जन्म लिया, जिनसे सामन्तवादियों व मनुवादियो की रूहें कांपने लगी. और शहर के हर सभाओं में दस का शासन नब्बे पर, नहीं चलेगा-नहीं चलेगा की ललकार गुंजने लगी. उन्होंने कहा कि बिहार लेलिन जगदेव बाबू एक साथ कई मोर्चे पर लड़ रहे थे. इस मौके पर मोहम्मद फिरोज अख्तर उर्फ हेना, विनय सिन्हा, मोहम्मद इलियास, कृष्ण मुरारी रजक, प्रमोद कुमार साथी सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने जगदेव बाबू के तैल चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया.