खोदावंदपुर/बेगूसराय। सरकार यक्ष्मा मरीजों को उपचार व पौष्टिक आहार लेने के लिए निक्षय पोषण राशि भी उपलब्ध करवा रही है. साथ ही कई संस्थाओं एवं आम लोगों के लिए सरकार निक्षय मित्र योजना का भी संचालन कर रही है. इसके तहत कोई भी व्यक्ति टीबी मरीजों को गोद लेकर पौष्टिक आहार व अन्य प्रकार से सहयोग कर सकता है. वहीं कुछ संस्थाएं यक्ष्मा मरीजों को स्वरोजगार भी उपलब्ध करा रही है. इसी क्रम में मंगलवार को खोदावन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के एमडीआर टीबी मरीजों को आईआईएच संस्था के सहयोग से जीविकोपार्जन के लिये सिलाई मशीन दिया गया. इस मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी नवनीत नमन, बीएचएम मनीष कुमार, बीसीएम वकील मोची ने टीबी मुक्त के लिये एमडीआर मरीज दौलतपुर गांव के अभिषेक कुमार को सिलाई मशीन देकर जीविकोपार्जन के लिए नसीहत दी और बताया कि प्रखंड क्षेत्र में और कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं. इसके लिए हम सब मिलकर संकल्पित हैं कि जिले को जल्द से जल्द टीबी मुक्त बनाया जाये. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम खोदावन्दपुर प्रखंड द्वारा टीबी मुक्त करने की पहल की जा रही है.वहीं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि टीबी पूर्ण रूप से ठीक होने वाली बीमारी है. बशर्ते मरीज नियमित रूप से दवा का सेवन करें. टीबी के रोगियों में नि:शुल्क दवा का वितरण सरकारी अस्पतालों की ओर से किया जाता है. प्रत्येक प्रखंड में स्पुटम जांच की व्यवस्था की गयी है. वहीं लगातार तीन हफ्तों से खांसी का आना और आगे भी जारी रहना, खांसी के साथ खून का आना, छाती में दर्द और सांस का फूलना, वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस होना, शाम को बुखार का आना और ठंड लगना, रात में पसीना आना आदि इसके लक्षण हैं. मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनीष कुमार, डब्ल्यू एच ओ के सर्विलेंस मेडिकल ऑफिसर, गीतिका शंकर, आईआईएच के राजकुमार, लैब टेक्नीशियन मनोज कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.