खोदावंदपुर/बेगूसराय। बरियारपुर पश्चिमी गांव में बुधवार की सुबह सैकड़ों स्कूली बच्चों ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जागरूकता रैली निकाली. जागरूकता रैली सरस्वती बाल संस्कार शाला बरियारपुर पश्चिमी के संचालक सिन्टु कुमार के द्वारा निकलवाया गया, जो रैली बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के महावीर चौक के निकट से बेगूसराय- रोसड़ा मुख्य पथ एस एच 55 से होते हुए नन्दीवन, महुआ टोल, पछियारी टोल से बूढ़ीगंडक नदी के रामघाट स्थित बांध किनारे लगभग एक सौ फलदार, छायादार व औषधि का पौधरोपण किया गया. इस मौके पर संस्थान के संचालक सिन्टु कुमार ने कहा कि जनसहयोग से पौधा उपलब्ध करवाया गया है और पूरे गांव को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से पौधरोपण किया गया. उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए गांव के टोले-मुहल्ले में जागरूकता रैली निकालकर आमजनों को जागरूक किया गया. तथा बच्चों, अभिभावकों व ग्रामीणों को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने-अपने दरवाजे, आस-पास या खेतों में अवश्य पौधरोपण करने की अपील की. साथ ही प्रत्येक रविवार को लगाये गये पौधों में जल देने एवं उसका रक्षा करने की भी जिम्मेवारी छात्र-छात्राओं को दी गयी. उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करना हम सबों का मौलिक कर्तव्य है. इस जागरूकता रैली को सफल बनाने में समाजसेवी गजेन्द्र जयसवाल, रवीन्द्र कुमार, अवनीश कश्यप, डॉ अशोक कुमार, ललित कुमार हितैषी, डॉ हरेराम सिंह, चंदन कुमार, सुमन कुमार, जवाहर चौधरी, विपिन चौधरी, कृष्ण मोहन, रमेश कुमार, सुरज कुमार, नीरज कुमार समेत अनेक छात्र-छात्राएं मौजूद थे.
वहीं दूसरी ओर दौलतपुर गांव के ऑक्सीजन मैन सरोज कुमार ने कहा कि अभी भारत की जनसंख्या 140 करोड़ है. यदि उसमें से एक करोड़ भी पौधरोपण हो जाये तो वर्तमान और भविष्य के पढ़ियो में बड़ा बदलाव आयेगा. प्रत्येक वर्ष 5 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. आम नागरिकों को बढ़-चढ़कर पौधरोपण करना चाहिये. उन्होंने कहा कि पिछले 68 सालों में पीपल, बरगद और नीम के पौधरोपण पर सरकारी स्तर पर लगाना बंद किया गया है, जो हर 500 मीटर की दूरी पर एक पीपल का पेड़ लगायें तो आने वाले कुछ सालों में प्रदूषण मुक्त अपना हिंदुस्तान होगा. हमें अभी से पौधें लगाने हैं, प्रकृति बचाओ, बेगूसराय प्रदूषित शहर को बचाओ.