अतिक्रमण से सिकुड़ रही ग्रामीण सड़कें, अतिक्रमण हटवाने का नहीं हो रहा कोई प्रयास

खोदावंदपुर/बेगूसराय। खोदावन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों की ग्रामीण सड़कें सिकुड़ती जा रही है. बगलगीरों के सड़क किनारे अतिक्रमण किए जाने से यह स्थिति उतपन्न हो गयी है. दिनानुदिन सड़कों के सिकुड़ते रहने से वाहनों के आवागमन में काफी परेशानी होती रहती है.
इस समस्या से डीएम को कराया गया था अवगत:- 
विगत दिनों 16 नवम्बर को जन संवाद कार्यक्रम में भाग लेने खोदावंदपुर आए डीएम रोशन कुशवाहा को ग्रामीण सड़कों की बदहाल स्थिति से अवगत कराया गया था. खोदावंदपुर प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष सह मेघौल पंचायत के मुखिया पुरुषोत्तम सिंह ने डीएम से ग्रामीण सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग की थी. जिलाधिकारी ने इस समस्या के जल्द ही निराकरण करवाने का भरोसा यहां के ग्रामीणों को दिया था, परन्तु इस आश्वासन के दो महीने बाद भी इस दिशा में कोई पहल नहीं किया गया है.
बताते चले कि बेगूसराय-रोसड़ा मुख्य पथ एस एच 55 पर मेघौल धर्मगाछी गाछी चौक से सीमावर्ती सागी इस्मैला तक सड़क के दोनों ओर जगह जगह गिट्टी, बालू, गुमटी समेत अन्य समाग्री रखकर अतिक्रमण कर लिया गया है. साथ ही मुख्य पथ के किनारे ही गिट्टी व बालू लदा ट्रक भी बीच सड़क पर लगा दिया जाता है, इसके कारण सड़क हादसे में कई वाहन चालक की मौत भी हो चुकी है. दुर्घटना के समय पुलिस प्रशासन तो अलर्ट मोड में आ जाते हैं, परंतु दो चार दिन बीत जाने के बाद यथावत स्थिति बनी रहती है. इसके अलावे ग्रामीण सड़कों के किनारे भी लोग मवेशी की गोबर, रात्रि के समय पशु को सड़क किनारे बांध कर तथा कुछ समाग्री ही रखकर अतिक्रमण कर लिया जाता है, जिसके कारण वाहन चालकों के आवागमन में काफी दिक्कतें होती रहती है. साथ ही दो गाड़ी को एक साथ आने जाने पर साइड लेने में भी परेशानी होती है. तथा स्थानीय लोगों के द्वारा अपने घर के सामने सड़क किनारे बने पक्के नाली को भी अतिक्रमण कर दिया जाता है. उन्होंने बताया कि ग्रामीण सड़कों को अतिक्रमण हटाने में प्रशासन को सजग रहनी चाहिये और पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से पूरे प्रखंड क्षेत्र के प्रत्येक पंचायत के विभिन्न टोले मुहल्ले में अतिक्रमण हटा जाय तो लोगों के आने-जाने में काफी सहुलियत होगी तथा सड़क दुर्घटना में भी हद तक नियंत्रण लाया जा सकता है.