खोदावंदपुर/बेगूसराय। प्रखंड मुख्यालय स्थित कर्पूरी भवन के सभागार में शनिवार को खोदावंदपुर पंचायत समिति की बैठक प्रखंड प्रमुख संजू देवी की अध्यक्षता में आयोजित की गयी.बैठक में बीपीआरओ द्वारा षष्टम वित्त आयोग की राशि की लूटखसोट एवं गबन के मामले को लेकर सदस्यों ने सदन में जमकर किया हंगामा और इसका वरीय अधिकारियों से जांच की मांग किया.वहीं उपप्रमुख नरेश पासवान ने बताया कि जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खोदावन्दपुर में वर्षों से अधूरे पड़े चाहरदीवारी निर्माण कार्य को अविलंब पूरा करवाने का निर्देश स्थानीय अधिकारियों को दिया गया, लेकिन डीएम के आदेश का स्थानीय प्रशासन द्वारा लापरवाही बरतने पर घोर आपत्ति जतायी. इस बैठक में बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के प्रभारी मुखिया राकेश रामचन्द महतो ने मुख्यमंत्री नल जल योजना के जर्जर पाइपलाइनों की मरम्मतीकरण, क्षेत्र के सभी 12 स्वास्थ्य उपकेंद्रों के नियमित संचालन, निजी भवनों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को बगल के सरकारी भवनों में शिफ्ट करवाने तथा वर्षों से जर्जर बरियारपुर पश्चिमी पैक्स भवन को अविलंब मरम्मती करवाने की मांग की. इसके अलावे कबीर अंत्येष्टि योजना के लाभुकों की इस योजना की बकाये प्रोत्साहन राशि का भुगतान करवाने, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान से जुड़े सफाई कर्मियों की बकाया पारिश्रमिक राशि का भुगतान करवाये जाने की मांग की. इस मौके पर उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों ने जरूरतमंद गरीब लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिये जाने की मांग भी की गयी. तथा पंचायत समिति की बैठक से अनुपस्थित कई विभागों के पदाधिकारियों के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव लेते हुए इन लापरवाह अधिकारियों के एक दिन का वेतन काटे जाने का प्रस्ताव पारित किया गया. बैठक में बीडीओ नवनीत नमन, सीओ अमरनाथ चौधरी, थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार, बीईओ दानी राय, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी आनंद कुमार, श्रम परिवर्तन पदाधिकारी मृत्युंजय झा, बाड़ा पंचायत की मुखिया बेबी देवी, फफौत की मुखिया उषा देवी, सागी के मुखिया इरशाद आलम के अलावे अन्य मुखिया, पंचायत समिति सदस्य व विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मी मौजूद थे.