बेगूसराय। डॉ राम स्वरूप महतो का नाम इतिहास के पृष्ठों में सुनहरे अक्षरों में चमकता रहेगा, क्योंकि उन्होंने ऋषि दधीचि की तरह अपना सर्वस्व समाज के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया. यह बातें बतौर मुख्य अतिथि पूर्वी क्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल मनोज कुमार ने सुंदरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल बटहा के संस्थापक डॉ राम स्वरूप महतो की 94वीं जयंती एवं वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित करते हुए कहीं. विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्याभारती उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम ने कहा कि स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाया जा सकता है. आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय के अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि डॉ राम स्वरूप महतो के सपनों साकार करने हेतु संकल्पित होकर कार्य करने का आह्वान किया. उन्होंने डॉ राम स्वरूप महतो के नाम पर तकनीकी संस्थान खोलने की घोषणा भी की. कार्यक्रम का उद्घाटन आगत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित, पुष्पार्चन एवं वंदना से किया गया. अतिथि परिचय उपप्रधानाचार्य विष्णुदेव महतो ने कराया गया, जिसके बाद उनका सम्मान अंगवस्त्र, पाग, श्रीफल एवं पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया गया.विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत से अतिथियों का अभिनंदन किया गया. प्रधानाचार्य रामचन्द्र मंडल ने विद्यालय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. वहीं विद्यालय के कोषाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने दूरभाष पर जयंती सह वार्षिकोत्सव हेतु शुभकामनाएं दी है. मंच संचालन छात्र ऋतिक रोशन, सौरभ कुमार, प्रिंसराज, छात्रा मोनिका कुमारी एवं खुशी कुमारी ने किया. राजेश कुमार एवं निशा नन्ही की देखरेख में सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत 'मात पिता वंदन' से किया गया. छात्राओं द्वारा चर्चित भजन पर आधारित भावनृत्य 'राम आएंगे' ने लोगों को भक्तिभाव में विभोर कर किया, जब भैया बहनों ने 'राम सियाराम' भजन को नृत्य की भंगिमाओं से प्रस्तुति दी तो सभी वाह वाह कह उठे. भैया बहनों की 'राधारानी लागे पर नृत्य की पेशकश को लोगों ने खूब पसंद किया. भैया बहनों की 'तेरी मिट्टी में मिल जावा' गीत पर भावनृत्य ने देशभक्ति का समां बांधा. भैया बहनों के 'ढोल बाजे' भावनृत्य ने लोगों को काफी झूमाया. भैया बहनों के द्वारा' भारत का बच्चा-बच्चा जय श्रीराम बोलेगा' से मनोहारी प्रस्तुति दी. 'एक अनाथ बच्ची' शीर्षक एकांकी ने शिक्षा के भारतीयकरण की आवश्यकता को दर्शाया.सैनिक एवं नौसैनिक छात्रों ने संगीत आधारित मास पीटी, ड्रिल एवं एरोबिक्स कर अपने ऊर्जावान होने को दिखाया.भैया बहनों के द्वारा जब पिरामिड के माध्यम विभिन्न आकृतियों को प्रदर्शित किया गया तो उनके अदम्य साहस पर देर तक तालियां बजती रहीं. इस मौके पर आचार्य विजयव्रत कंठ को मथुरा में आयोजित अखिल भारतीय पत्र वाचन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने, आचार्य शत्रुघ्न कुमार सिंह को पटना में बापू शिक्षा सम्मान प्राप्त होने तथा आचार्य संजय कुमार को कला शिक्षा में उत्कृष्ट योगदान हेतु सम्मानित किया गया. बास्केटबॉल टीम के खिलाड़ियों को विशाखा-पत्तनम में सराहनीय प्रदर्शन हेतु मेडल पहनाकर पुरस्कृत किया गया. विद्यालय वार्षिक खेलकूद सम्मान सभी शारीरिक शिक्षकों ऋषिकेश सिंह, अशोक कुमार सिंह, ललित कुमार झा एवं ऋद्धि पांडेय को भी सम्मानित किया गया.
छात्रों द्वारा विभिन्न रक्षा उपकरणों के मॉडल भी प्रदर्शित किए गए. समाज के वंचित वर्गों के एक सौ पच्चीस लोगों के बीच कंबल वितरित किए गए. समापन राष्ट्रगीत वंदे मातरम् से किया गया. मौके पर सुंदरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल बटहा के सचिव सह विद्या भारती उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव नकुल कुमार शर्मा, भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, विद्या भारती उत्तर पूर्व क्षेत्र के उपाध्यक्ष न्यासी जयप्रकाश वर्मा, बेगूसराय विभाग के निरीक्षक कृष्ण कुमार प्रसाद, पूर्णकालिक मिथिलेश कुमार सिंह, न्यासी प्रवीण कुमार, डॉ राम प्रकाश महतो, लोक शिक्षा समिति के प्रदेश मंत्री डॉ सुबोध कुमार, पूर्व परीक्षा प्रमुख काशीनाथ दीपक, विभाग निरीक्षक ललित कुमार राय, पूर्व प्रधानाचार्य देवानंद दूरदर्शी, कुमार ललन सिंह, दिनेश मंडल, जयकृष्ण प्रसाद सिंह, प्रभु नारायण सिंह, राम नारायण महतो सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, विद्यालय परिवार के सदस्य व अभिभावक शामिल थे.