खोदावंदपुर/बेगूसराय। अपने पुत्र की दीर्घायु होने की कामना को लेकर माताएं जितिया व्रत करती हैं. इसे जीवित्पुत्रिका व्रत भी कहा जाता है. इस व्रत के दौरान माताएं एक दिन पहले गुरुवार को नहाय खाय किया.प्रखंड क्षेत्र के सागी, दौलतपुर, बाड़ा, बरियारपुर पश्चिमी, बरियारपुर पूर्वी, फफौत, खोदावन्दपुर एवं मेघौल पंचायतों के विभिन्न गांवों की माताएं बूढ़ीगंडक नदी के विभिन्न घाटों, तालाबों, कुआं व चापाकलों पर पवित्र स्नान ध्यान कर मरुआ की रोटी एवं नोनी साग का भोग लगाया. शुक्रवार की अहली सुबह माताओं ने दही चुरा खाकर और दिनभर निर्जला उपवास किया. इस दौरान माताओं ने जीमूत वाहन की पूजा अर्चना भी की. उपवास रखने वाली माताएं शनिवार को दिन के साढ़े 10 बजे पारण कर इस व्रत का समापन करेंगी. जितिया व्रत को लेकर शुक्रवार की शाम माताओं का झुंड बूढ़ीगंडक नदी व अन्य तालाबों में पवित्र स्नान किया.