खोदावंदपुर/बेगूसराय। हरियाणा के करनाल में मजदूरी करने गये दो मजदूरों की मौत वहां सड़क दुर्घटना में हो गयी. मृतकों की पहचान बरियारपुर पूर्वी पंचायत के मसुराज गांव स्थित वार्ड एक निवासी सत्य नारायण यादव के 28 वर्षीय पुत्र मिथिलेश कुमार यादव एवं इसी पंचायत के योगीडीह गांव स्थित वार्ड 12 निवासी राम कैलाश यादव के 32 वर्षीय पुत्र चितरंजन यादव के रूप में की गयी. इस सड़क हादसें में छौड़ाही ओपी क्षेत्र के पनसल्ला गांव का रहनेवाला लाल बाबू यादव भी गंभीर रूप से जख्मी हो गया. मृतक का शव करनाल से गांव आते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया. मृतक के परिजनों ने बताया कि मिथिलेश अपने घर से मजदूरी करने लगभग 9 महीने पहले करनाल गया हुआ था. वहां निसिंग राइस मिल के समीप मजदूरी करता था. विगत तीन सितंबर को सड़क पार करने के दौरान थार गाड़ी चालक द्वारा ठोकर मार दिए जाने से उसकी दर्दनांक मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. मृतक को तीन पुत्रियां हैं, जिसमें 6 वर्षीया अर्पण कुमारी, 4 वर्षीया अनुषा कुमारी एवं डेढ़ वर्षीया अंकिता कुमारी शामिल है. मिथिलेश की दर्दनांक मौत से उसकी माता निर्मला देवी, पिता सत्य नारायण यादव, पत्नी निभा देवी एवं बच्चों का रो-रोकर बुराहाल है.
वहीं योगीडीह गांव निवासी चितरंजन कुमार यादव की मौत भी इसी सड़क हादसा में हो गयी. उसके परिजनों ने बताया कि चितरंजन 20 दिन पहले ही घर से मजदूरी करने करनाल गया था. वह भी निसिंग राइस मिल के निकट ही मजदूरी कर रहा था. सड़क पार करने के क्रम में बेलगाम थार गाड़ी चालक ने इन मजदूरों को जबरदस्त ठोकर मार दिया, जिससे दो मजदूरों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी, जबकि तीसरा मजदूर गंभीर रुप से घायल हो गया. मृतक चितरंजन यादव को चार बच्चे हैं, जिनमें दो पुत्र प्रशांत कुमार एवं सचिन कुमार तथा दो पुत्रियां प्रीति कुमारी एवं प्रियंका कुमारी शामिल है. चितरंजन की मौत से उसके पिता राम कैलाश यादव, माता बाबू शैल देवी, पत्नी सुशीला देवी एवं छोटे छोटे बच्चों में कोहराम मच गया. चितरंजन अपने पांच भाइयों अरुण यादव, चंदन यादव, कृष्णा प्रसाद, अजीत कुमार में सबसे बड़ा था, मृतक को दो बहनें हैं, जिनमें शिवंती देवी एवं सुशीला देवी शामिल है. जो अपने भाई की मौत से दहाड़ मारकर रो रही है. मृतक के घर शव को देखने पहुंचे सैकड़ों लोगों के आंखों में आंसू भी थमने का नाम नहीं ले रहा था. दोनों मृतक के शव का दाह संस्कार बूढ़ीगंडक नदी के मिर्जापुर घाट स्थित शमसान घाट में छह सितंबर की बीती रात कर दिया गया. वहीं घटना की सूचना मिलते ही सामाजिक कार्यकर्ता रामप्रीत यादव, कैलाश यादव, सुरेंद्र यादव, शंकर यादव, भूवन कुमार प्रियरंजन सहित अनेक लोगों ने शोकाकुल परिजनों से मिलकर इस दुख की घड़ी में हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया.