खोदावंदपुर/बेगूसराय। मेघौल पंचायत के कुल 14 वार्डों के सैकड़ों परिवारों में पेयजल के लिए हाहाकार मच गया है. मुख्यमंत्री नल जल योजना से जुड़े पंप संचालकों ने मंगलवार की सुबह से ही पेयजलापूर्ति कार्य को ठप कर दिया है. पीने एवं अन्य कार्यों के लिए पानी नहीं मिलने से इस पंचायत के लोगों के समक्ष भीषण संकट खड़ा हो गया है. लोग पानी के लिए त्राहि- त्राहि कर रहे हैं.
क्या है मामला:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री नल जल योजना के पंप संचालकों ने अपनी बकायी पारिश्रमिक राशि के भुगतान की मांग को लेकर पेयजलापूर्ति ठप कर दिया गया है, जिससे मेघौल पंचायत के बिदुलिया, मेघौल एवं मलमल्ला गांव के लोग पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं. मुख्यमंत्री नल जल योजना से जुड़े पंप संचालक कन्हैया दास, राजाराम महतो, शुभम कुमार, गोविंद प्रसाद सिंह, धीरज कुमार, सानिया कुमारी, सौरभ कुमार, प्रमोद कुमार, राजेश कुमार, जागो पासवान, संतोष कुमार, इन्द्रकांत मिश्र, चंदन कुमार सिंह, विनय कुमार, गुंजन कुमारी, राम शंकर महतो, मानस कुमार एवं राजा कुमार ने बताया कि वे लोग वर्ष 2020 में अपनी जमीन देकर मुख्यमंत्री नल जल योजना में नलकूप एवं पानी टंकी निर्माण में सहयोग किया था. इसके एवज में उनलोगों को तीन हजार रुपया मासिक पारिश्रमिक राशि पर पंप संचालन का कार्य सौंपा गया था, तब से वेलोग नियमित रूप से सुबह और शाम के समय पंप चलाकर अपने-अपने वार्ड क्षेत्र के सभी परिवारों को पेयजल उपलब्ध करवा रहे हैं. पंप संचालकों ने बताया कि पेयजलापूर्ति कार्य की मॉनिटरिंग पीएचईडी विभाग द्वारा की जा रही है.इस योजना से जुड़े ठीकेदार के द्वारा पंप संचालकों को हर महीने पारिश्रमिक राशि भुगतान करने का प्रावधान है, परंतु ठीकेदार ने अबतक उनलोगों को मात्र सात महीने की पारश्रमिक राशि का ही भुगतान किया है. उनलोगों को अबतक मात्र 21 हजार रुपया ही मिला है, जबकि पिछले 29 महीने की पारिश्रमिक राशि का भुगतान ठीकेदार द्वारा नहीं किया गया है.पंप संचालकों ने बताया कि पारिश्रमिक राशि मांगने पर ठीकेदार द्वारा टालमटोल किया जा रहा है. बकायी पारिश्रमिक राशि नहीं मिलने से उनके तथा उनके परिजनों के सामने भुखमरी की स्थित उत्पन्न हो गयी है. पंप संचालकों ने बताया कि बकायी पारिश्रमिक राशि के भुगतान की मांग को लेकर उनलोगों ने पिछले दिसम्बर महीने में भी पेयजलापूर्ति कार्य ठप कर विरोध जताया था. पेयजलापूर्ति ठप हो जाने पर विभाग के ठीकेदार ने उनलोगों को जल्द ही बकायी राशि के भुगतान का भरोसा दिया था. पीएचईडी विभाग के पदाधिकारी भी जल्द से जल्द इस समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया था. विभाग के अधिकारी के आश्वासन पर उनलोगों ने फिर से पेयजलापूर्ति कार्य शुरू किया था. पंप संचालकों का कहना है कि विभाग के अधिकारियों एवं ठीकेदार के द्वारा राशि के भुगतान का दिया गया आश्वासन महज खोखला सावित हुआ. बकायी पारिश्रमिक राशि का भुगतान नहीं हुआ, जिसके चलते विवश होकर उनलोगों ने मंगलवार से पेयजलापूर्ति कार्य ठप कर दिया गया है.पंप संचालकों ने बताया कि बकायी राशि के भुगतान होने तक वे लोग अपने-अपने वार्ड में पंप संचालन का कार्य ठप रखेंगे.