Khodawandpur पोखर के समीप एस एच 55 किनारे खड़ी ट्रक में बाइक सवार ने मारा जोरदार ठोकर, बाइक चालक की हुई दर्दनाक मौत, दूसरा युवक जख्मी*

खोदावंदपुर/बेगूसराय। गुरुवार को बेगूसराय- रोसड़ा मुख्य पथ एस एच 55 पर खोदावन्दपुर पोखर के समीप सड़क किनारे खड़ी ट्रक में बाइक सवार युवक ने जोरदार ठोकर मार दिया.जिससे दोनों युवक गंभीर रुप से जख्मी हो गया.घटना की सूचना मिलते ही दर्जनों स्थानीय लोगों व राहगीरों की भीड़ जुट गयी और जख्मी बाइक चालक को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खोदावन्दपुर में भर्ती करवाया, जहां डयूटी पर तैनात प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार ने गंभीर रुप से जख्मी बाइक सवार युवक को मृत घोषित कर दिया, जबकि इसी घटना में एक अन्य युवक का इलाज स्थानीय नीजी क्लिनिक में चल रहा है. मृत बाइक चालक की पहचान खोदावन्दपुर पंचायत के वार्ड सात निवासी घुरन दास के 18 वर्षीय जेष्ठ पुत्र मनीष कुमार के रुप में की गयी, जबकि जख्मी युवक इसी गांव के महावीर दास के पुत्र सरोज कुमार है. घटना के संदर्भ में स्थानीय लोगों ने बताया कि बाइक सवार युवक खोदावन्दपुर बाजार से कुछ सामग्री लेकर सीमान चौक के रास्ते अपने गांव जा रहे थे. तभी खोदावन्दपुर पोखर के समीप सामने से आ रही एक अन्य गाड़ी से बचने के लिए उसके बाइक का संतुलन बिगड़ गया.जिससे बाइक खड़ी ट्रक में पीछे से टकरा गयी.इस घटना में बाइक चालक की मौत हो गयी, जबकि बाइक के पीछे बैठा युवक गंभीर रुप से जख्मी हो गया. मनीष की मौत से उसके परिजनों में कोहराम मच गया. मृतक की मां रेणु देवी, पिता घुरन दास एवं छोटा भाई मोनू कुमार का रो रोकर बुरा हाल है. मृतक मनीष दो भाइयों में सबसे बड़ा था. वहीं घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सुदीन राम, पुअनि सुबोध कुमार, पीटीए अमरजीत सिंह, समाजसेवी राम गुलजार महतो, गोपाल पासवान, मदन कुमार समेत अनेक सामाजिक व राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने सीएचसी पहुंचे और परिजनों को हरसंभव सहयोग करने का भरोसा दिया. तथा स्थानीय पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त बाइक बीआर09एन 5030 व मृतक बाइक चालक के शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया.
एस एच 55 पर अवैध पार्किंग व गिट्टी बालू का ढेर बन रहा सड़क हादसे में मौत का कारण, सागी चौक से मेघौल धर्मगाछी चौक तक बना है रेडजोन-
खोदावंदपुर। बेगूसराय- रोसड़ा मुख्य पथ एस एच 55 पर सागी चौक से मेघौल धर्मगाछी तक बारह किलोमीटर की लंबाई में सड़क दुर्घटना को लेकर रेडजोन बन गया है. सड़कों पर वाहनों के अवैध पार्किंग तथा सड़क की भूमि को व्यवसायियों द्वारा अतिक्रमण कर लिए जाने के कारण अक्सर सड़क हादसा होते रहता है. प्रखंड क्षेत्र के नारायणपुर, सागी, दौलतपुर पेट्रोल पंप चौक, मिर्जापुर चौक, बरियारपुर पश्चिमी, तारा, खोदावन्दपुर बाजार, मेघौल से धर्मगाछी चौक तक सड़क के दोनों ओर अवैध रूप से ट्रक पार्किंग किया जा रहा है. इतना ही नहीं ट्रांसपोर्ट के संचालकों द्वारा सड़क किनारे रखा गया गिट्टी, बालू, खड़े ट्रक, हाइवा एवं ट्रैक्टरों का अवैध पार्किंग रहने के कारण इन जगहों पर हर सप्ताह एक न एक सड़क हादसा होता ही रहता है.
सड़कों का हो रहा अतिक्रमण-
खोदावन्दपुर थाना क्षेत्र में एस एच 55 के दोनों ओर जितने भी आवासीय घर हैं, वो सब व्यवसायिक हो चुके हैं. हर घर के लोग कोई न कोई रोजगार करते हैं. सड़क किनारे के दुकानदार अपने दुकान की सामाग्रियों की प्रचार के लिए दुकान से सड़क तक फलेंक में प्रचार के लिए दुकान की विभिन्न सामाग्री, साइनबोर्ड, बेंच इत्यादि रखकर सड़क का अतिक्रमण कर लिए हैं, जिससे सड़क संकीर्ण हो गया है. जो हादसे का कारण बनता है.
अप्रशिक्षित नाबालिक चालक दे रहा हादसे को आमंत्रण-
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर चालक नाबालिक व अप्रशिक्षित होते हैं, जिनके द्वारा तेज गाड़ी चलाने से भी सड़क हादसा होता है. शाम के समय बालू गिट्टी का ट्रिप पकड़ने के लिए ट्रक चालक तीव्र गति से क्रेसर तक जल्दी पहुंचने के चक्कर में अक्सर दुर्घटना कर देता है. खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में सागी से मेघौल धर्मगाछी चौक तक सड़क हादसें में कई लोगों की जान जा चुकी है, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग दुर्घटना में दिव्यांग हो चुके हैं. 
स्थानीय प्रशासन लापरवाह-
प्रतिदिन हो रहे सड़क हादसे के प्रति स्थानीय पुलिस प्रशासन भी लापरवाह दिख रहे हैं. मृतक के बॉडी का इक्वेस्ट बनाना और पोस्टमार्टम में भेजना अपने दायित्व का इतिश्री ही नहीं है. सड़क पर मेघौल धर्मगाछी से सागी सीमान तक मुख्य पथ के दोनों ओर अतिक्रमण है, लोग अनाधिकृत रूप से सड़क पर गिट्टी बालू तथा अन्य भवन निर्माण सामाग्री रखे हुए हैं. कुछ दुकानदार मुख्य पथ से सटाकर अपना दुकान खोलकर जीविकोपार्जन कर रहे हैं. खोदावंदपुर पोखर के निकट, दौलतपुर चौक से नारायणपुर ढ़ाला, मिर्जापुर, मेघौल हाईस्कूल चौक के अलावे अन्य जगहों पर सड़कों पर ट्रक का अवैध पार्किंग है. यहां से स्थानीय पुलिस प्रशासन और सिविल प्रशासन रोज गुजरते हैं, लेकिन इसको खाली नहीं करवाते है. जो हादसे का मुख्य कारण है. अब देखना है इतने मौत के बाद भी बेगूसराय प्रशासन की नींद खुलती है या नहीं?