खोदावंदपुर/बेगूसराय। जलवायु परिवर्तन के अनुसार खेती एवं कम पानी से फसलों की सिंचाई करने की जानकारी किसानों को देने के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र खोदावन्दपुर में आयोजित तीन दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यशाला का उदघाटन करते हुए केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ रामपाल ने बताया कि किसान किस तरीके से कम पानी के जरिए फसलों की सिंचाई के अधिक से अधिक पैदावार ले सकते हैं. उन्होंने ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली के उपयोग के बारे में किसानों को विस्तार से बताया गया. केन्द्र प्रभारी ने यह भी बताया है कि सरकार ड्रिप सिंचाई के लिए उपयुक्त कई योजनायें भी चला रही है, जिसकी मदद से किसान आसानी से ड्रिप सिंचाई प्रणाली को अपने खेतों में लगा सकते हैं. इस मौके पर प्रशिक्षक वैज्ञानिक डॉ सुषमा टम्टा ने किसानों को विभिन्न सिंचाई प्रणालियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी.किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में मौजूद ड्रिप, स्प्रिंकलर तथा रेन गन इकाई को भी दिखाया गया. कार्यक्रम में बेगूसराय जिला के विभिन्न प्रखंडों से आये 27 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया.