खोदावन्दपुर: जलनिकासी की समस्या के स्थायी निदान की मांग को लेकर अर्थी के साथ आमरण अनशन शुरू

खोदावंदपुर/बेगूसराय। प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में बरसात के मौसम में होने वाले जलजमाव को देखते हुए इसके स्थायी समाधान की मांग को लेकर सोमवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय खोदावन्दपुर के मुख्य द्वार पर अर्थी के साथ आंदोलनकारियों ने अपना आमरण अनशन शुरू किया.फफौत पंचायत के तारा गांव स्थित वार्ड 9 निवासी स्वर्गीय राजकुमार शर्मा के पुत्र सत्य नारायण शर्मा के नेतृत्व में यह आमरण अनशन शुरू हुआ. इस मौके पर अनशन का मुद्दा बताते हुए अनशनकारी सत्य नारायण शर्मा ने बताया कि बरसात के समय फफौत, खोदावंदपुर एवं मेघौल पंचायत के विभिन्न टोलों मुहल्लों में जलजमाव हो जाता है.इतना ही नहीं इस जलजमाव के कारण मेघौल पंचायत के लगभग 1000 बीघा, फफौत पंचायत के 500 बीघा एवं खोदावंदपुर पंचायत के 500 बीघा भूमि की खरीफ फसल डूबकर हर साल बर्बाद हो जाती है. इतना ही नहीं इन पंचायतों के टोलों मुहल्लों में जलजमाव से घर घर पानी घुस जाता है, जो महीनों तक जमा रहता है. इससे लोगों को काफी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि जलजमाव की समस्या को देखते हुए इस समस्या के स्थायी निदान की मांग के लिए पिछले 5 वर्षों से जनआंदोलन किया जा रहा है. वर्ष 2018 से हर साल प्रखंड मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, परन्तु स्थानीय प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी उनलोगों ने प्रखंड कार्यालय के सामने अनशन किया था. इस मौके पर स्थानीय विधायक राजवंशी महतो ने अनशनकारियों को जलनिकासी की स्थायी व्यवस्था करवाने का आश्वासन दिया था, परन्तु उनके कहने पर स्थानीय प्रशासन द्वारा जेसीबी की मदद से तारा सीमान चौक से खोदावंदपुर पोखर तक एस एच 55 किनारे कच्चा नाला बनवाया, जो धीरे धीरे लोगों द्वारा मिट्टी भरकर जाम कर दिया गया है. नाला बन्द हो जाने से यह समस्या पहले की तरह फिर सामने आ गयी है. उन्होंने बताया कि जल निकासी की समस्या के निदान होने तक उनका अनशन जारी रहेगा.इस मौके पर मौजूद कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने खोदावंदपुर प्रखंड में जल जमाव की समस्या को काफी नुकसान दायक बताया और इस समस्या के स्थायी निदान किए जाने की मांग जिला प्रशासन से की है.अनशन कार्यक्रम में आइसा नेता असीम आनंद, माले नेता अवधेश कुमार,भाजपा मंडल अध्यक्ष राजीव कुमार, भाजपा नेता अजय कुमार सिंह, अवनीश कुमार पिंटू, बजरंग दल के जीपी सिंह, समाजसेवी डॉ रामस्वार्थ देव, जय जयराम महतो, मनटुन महतो सहित अनेक सामाजिक व राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता शामिल थे.