खोदावंदपुर गांव के एलोपैथिक चिकित्सक डॉ सुरेश कुमार की हुई असामयिक मौत, परिजनों में मचा कोहराम

खोदावंदपुर/बेगूसराय। खोदावंदपुर गांव के एलोपैथिक चिकित्सक 40 वर्षीय डॉ सुरेश कुमार की मौत हृदय गति रुक जाने से रविवार की अहली सुबह उनके पैतृक आवास पर हो गयी.खोदावंदपुर पंचायत के पूर्व मुखिया कृष्णदेव चौधरी के भतीजे एवं रामदेव चौधरी के पुत्र डॉ सुरेश कुमार पूर्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोदावन्दपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भगवानपुर एवं बलिया में चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में कार्य किया, परंतु किसी कारणवश उन्होंने अपनी नौकरी से त्यागपत्र दे दिया. फिलहाल वह खोदावंदपुर प्रखंड मुख्यालय एवं रोसड़ा शहर में अपना निजी क्लिनिक चला रहे थे. मृतक चिकित्सक को एक पुत्र एवं एक पुत्री है. उनके असामायिक मौत पर उनकी पत्नी अर्चना कुमारी व वृद्ध मां इन्दू देवी शव से लिपटकर दहाड़ मारकर रो रही थी. तथा उनके पुत्री अदिति प्रिया एवं पुत्र हर्ष कुमार भी अपने पिता को देखकर फफक फफककर रो रहा था. उनके अंतिम दर्शन के लिए जुटे लोगों के आंखों में भी आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था. डॉ सुरेश के निधन पर उनके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. उनके निधन पर स्थानीय विधायक राजवंशी महतो, पूर्व मंत्री रामजीवन सिंह, अशोक कुमार, कुमारी मंजू वर्मा, पूर्व विधायक अनिल चौधरी, सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार, मुखिया शोभा देवी, सरपंच संजू कुमारी, राहुल प्रियंका गांधी सेना कॉग्रेस बिहार के प्रदेश अध्यक्ष मिथलेश कुमार मिश्र, जाप नेता डॉ एस कुमार, प्रखंड जदयू अध्यक्ष मनीष कुमार, रमेश कुमार राणा, गोपाल महतो, राजद नेता त्रिवेणी महतो, चन्द्रदेव सहनी, माले नेता अवधेश कुमार, शिक्षाविद प्रो राजेश कुमार सैनी, समाजसेवी राम गुलजार महतो, प्रो नरेश कुमार, युगेश्वर महतो, सरोज कुमार, धर्मेन्द्र कुमार सहित अनेक लोगों ने शोकसंतप्त परिजनों से मिलकर सांत्वना दी. चिकित्सक का अंतिम दाह संस्कार बूढ़ीगंडक नदी के मेघौल धर्मगाछी के समीप शमशान घाट में किया गया. इस घटना से पूरे खोदावंदपुर गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.