बेगूसराय: रक्तदान के द्वारा किसी को नवजीवन देकर जो आत्मिक सुख प्राप्त होता है, उसका न तो मूल्यांकन किया जा सकता है और न ही उसे शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है, अर्थात् स्वेच्छिक रक्तदान ‘महादान’ है. स्वेच्छिक रक्तदान एक ऐसा सेवा कार्य है, जिसके द्वारा न केवल किसी जरूरतमंद व्यक्ति की जिंदगी बचायी जा सकती है, बल्कि इस कृत्य से प्रभावित होकर अन्य लोग भी इस पुण्य कार्य के सहभागी बनते हैं. उक्त बातें जदयू के प्रदेश सचिव सह बेगूसराय के प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ प्रवीण कुमार ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 49वीं पुण्यतिथि के मौके पर राष्ट्रकवि दिनकर सेवा दल के द्वारा पनहांस के सैंट कार्मेल स्कूल परिसर में आयोजित रक्तदान शिविर को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि रक्तदान के प्रति आमलोगों में कुछ पारंपरिक धारणाएं जड़ जमाए हुए हैं, जो सर्वथा गलत है. रक्तदान से शरीर की कमजोरी का कोई लेना देना नहीं है, बल्कि यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी सिद्ध हो चुका है कि रक्तदान से कई गंभीर व्याधियों के उत्पन्न होने का खतरा टल जाता है. उन्होंने शिविर में मौजूद लोगों को रक्तदान के महत्व से अवगत कराते हुए सदैव रक्तदान के माध्यम से जाने अनजाने लोगों को जीवनदान देने की भावनात्मक अपील की.
डॉ प्रवीण ने रक्तदान कर पेश की मानवता की मिसाल-
शिविर में विष्णु ट्रॉमा सेंटर के संचालक ने डॉ प्रवीण ने अपने सहयोगियों के साथ रक्तदान कर मानवता की मिसाल पेश की है. उनके अन्य सहयोगियों ने भी शिविर में रक्तदान कर लोगों को इस नेक और पुनीत कार्य के प्रति जागरूक किया. इस अवसर पर राष्ट्रकवि दिनकर सेवा दल के अध्यक्ष मंजेश कुमार, माउंट कार्मेल स्कूल के निदेशक प्रदीप क्षत्रिय और विद्यालय के प्राचार्य सदानंद चौधरी के द्वारा डॉ प्रवीण कुमार को अंग वस्त्रम और दिनकर का प्रतीक चिन्ह भेंटकर उन्हें सम्मानित किया. गौरतलब हो कि राष्ट्रकवि दिनकर सेवा दल न केवल जिले बल्कि राज्य स्तर की चर्चित और समर्पित संस्था है, जो समय-समय पर रक्तदान शिविर का आयोजन कर लोगों को जागरूक करती है.
इनलोगों की मौजूदगी में हुआ रक्तदान शिविर का आयोजन-
जदयू नेता सह वार्ड 27 के पार्षद गौरव सिंह राणा, जदयू के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र शर्मा पप्पू, हरेकृष्ण सिंह, जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष डॉ सुधीर पासवान, प्रवक्ता डॉ चंद्र ज्योति, सीताराम कुमार, डॉ सुरेश पंडित, रक्तवीर कुंदन सिंह राजपूत, राहुल सिंह राजपूत, अभय कुमार, नीलू सोनू मौर्या, सुशील कुमार, विकास कुशवाहा, विकास कुमार, ऋषि कुमार, डॉ रोहित कुमार, सुबोध यादव, विवेक कुमार सिंह सिट्टू, ओम प्रकाश मौर्या सहित अनेक लोग मौजूद थे.