खोदावंदपुर/बेगूसराय। बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के वार्ड 12 में रविवार को शिवगुरु परिचर्चा का आयोजन किया गया.इस कार्यक्रम में शिव शिष्यों ने देवाधिदेव महादेव को गुरु बताया. आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिव शिष्य परिवार के व चेरिया बरियारपुर के बसही गांव निवासी अरुण शर्मा ने कहा कि गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति नहीं होती है. वैसे तो शिक्षा और दीक्षा देनेवाले भी हमारे गुरु हैं, परंतु सबसे बढ़कर गुरु महादेव हैं जो जगत के सभी प्राणियों का कल्याण करते हैं.महादेव अजन्मा हैं. वहीं रोसड़ा के अशोक कुमार ने कहा कि महादेव मानवों को मायाजाल व भौतिक संपदाओं से दूर रहने का ज्ञान देते हैं. विपत्ति काल में प्राणियों को संकट से बचाकर स्वयं संकट झेल लेते हैं.ऐसा उदाहरण समुद्र मंथन के समय निकले विष को स्वयं पीकर समस्त प्राणियों की रक्षा महादेव ने ही की थी. एक ओर बैल और दूसरी ओर बाघ को अपने साथ रखकर महादेव ने असामानता के बीच समानता स्थापित किया है. वहीं दूसरी ओर महादेव के मस्तिष्क पर सुशोभित चन्द्रमा यह संदेशा देता है कि हमेशा मन मस्तिष्क को शीतल रखकर प्रभु के स्मरण में लगे रहें. इसलिए महादेव को शिव शिष्य परिवार गुरु मानती है. और अन्य प्राणियों को भी महादेव को ही अपना गुरु मानने के लिए प्रेरित करती है. कार्यक्रम में कबिया के दिलीप कुमार, पतेलिया के रंधीर कुमार ठाकुर, चकवा के लक्ष्मी महतो, खोदावन्दपुर के विनोद महतो, रंजीत कुमार सहित अनेक लोगों ने भी शिव को महान गुरु बताया और लोगों को महादेव को गुरु बनाने की अपील की. मौके पर शिव शिष्य परिवार के किरण देवी, रिंकू देवी, हीरा देवी, शोभा देवी, ममता देवी सहित सैकड़ों महिलाएं व पुरूष मौजूद थे.