छौड़ाही: विधुत करंट लगने से छात्र घायल, एडीपीएचसी में क्रिकेट बाँल लाने गये छात्र को लोहे के ग्रील में स्पर्श से लगा करंट* गुस्साये लोगों ने एडीपीएचसी के डाँक्टर, एएनएम एवं स्वास्थय कर्मी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुये जड़ा ताला*

बेगूसराय। छौड़ाही ओपी क्षेत्र के अमारी पंचायत अंतर्गत चौफेर चौक के निकट स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र अमारी (हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर) के प्रांगण में क्रिकेट के बाँल लाने गये एक छात्र को बिजली करंट लग गयी, जिसमें छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया. शोर शराबा होने पर जुटे स्थानीय लोगों ने आनन- फानन में घायल बालक को प्राथमिक उपचार करने के बाद नाजुक स्थिति को देखते हुये परिजन इलाज के लिये बेगूसराय के लिए रवाना हो गये. घटना में घायल छात्र की पहचान अमारी धन्नु टोला निवासी अरविन्द महतो के 15 वर्षीय पुत्र सचिन कुमार के रूप में की गयी. घटना के बाद स्थानीय आक्रोशित लोगों ने एडीपीएचसी अमारी में मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी और मौजूद स्वास्थय कर्मीयों को जमकर खड़ी खोटी सुनायी. स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एडीपीएचसी के बगल में स्थित मैदान में कुछ छात्र क्रिकेट खेल रहे थे. इस दौरान क्रिकेट का बाँल एडीपीएचसी के परिसर में जा गिरा. बताया जाता है कि एडीपीएचसी मुख्य द्वार खुला हुआ था और कुछ मजदुर अंदर काम कर रहे थे. इस क्रम में उक्त छात्र क्रिकेट बाँल लाने एडीपीएचसी कैंपस में गया. जैसे ही कैंपस में छात्र बाँल लाने पहुँचा, करंट प्रवाहित हो ब्लिडिंंग के ग्रील उसका बाँडी स्पर्श कर गया और फिर क्या था. वह करंट के चपेट में आकर ग्रील में चिपक गया. चिल्लाने पर काम कर रहे मजदुरों और स्थानीय लोगों ने सुझबुझ से उसे ग्रील से अलग किया, तबतक छात्र बेहोश गया था. स्थानीय लोगों ने तुरंत उसका प्राथमिक उपचार कराया और परिजनों को सुचना दी. उसके बाद छात्र की नाजुक हालत को देखते हुये उसे बेगूसराय ले जाया गया. इधर गुस्साये लोगों ने डयूटी पर पहुँचे टेकनिशियन नवीन कुमार, एएनएम पूजा कुमारी एवं लैब टेकनिशियन अन्नु कुमारी को जमकर खड़ी खोटी सुनायी और लापरवाही का आरोप लगाते हुये एडीपीएचसी के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दिया. स्थानीय ग्रामीण सह पूर्व पंसस मोहन कुमार ने बताया कि यहाँ पदस्थापित डाँ विमल भारती एवं उक्त सभी स्वास्थय कर्मी डयूटी के प्रति भी लापवाह हैं. इनलोगों के लापरवाही के कारण ही बच्चे को करंट लग गया. पूर्व पंसस एवं स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि पहले वरीय पदाधिकारी आये और उसके बाद ही अब ताला खुलेगा. विदित हो कि कुछ दिन पहले ही इसी अस्पताल के पिछे बड़े पैमाने पर दवाइयां फेंकी पायी गयी थी. फिलहाल ग्रामीणों के तालाबंदी के बाद एडीपीएचसी में स्वास्थ्य व्यवस्था का संचालन ठप है.
बोले पीएचसी प्रभारी-
एडीपीएचसी में चार दिनों से बिजली नहीं है. घटना की सूचना मिलने के बाद हमलोग वहाँ गये थे. ग्रामीणों की शिकायत थी कि डाँक्टर और स्वास्थय कर्मी समय से नहीं बैठते हैं. ग्रामीणों से वार्ता कर अस्पताल खुलवा दिया गया है. करंट लगने से छात्र के घायल होने की सूचना मिली थी, लेकिन वास्तविकता क्या है. यह हमलोगों के जानकारी में नहीं है.
डाँ कमलेश कुमार, पीएचसी प्रभारी, छौड़ाही