खोदावंदपुर/बेगूसराय। आगामी पांच अप्रैल को दिल्ली में होने वाले मजदूर किसान संघर्ष रैली की तैयारी को लेकर गुरुवार को दौलतपुर में माकपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की गयी. बैठक में बिहार राज्य किसान सभा, सीटू एवं बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन की अंचल कमिटी स्तरीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. आयोजित बैठक की अध्यक्षता माकपा नेता कॉमरेड नेतराम यादव एवं अब्दुल कुद्दूस की संयुक्त अध्यक्षमण्डली ने की. बैठक में बोलते हुए माकपा के जिला सचिव रत्नेश झा ने कहा कि सरकार मजदूरों की नीतियां बना रही है. बेरोजगारी, मंहगाई व अपराध चरम सीमा पर है. असंगठित ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा के कोई नियम नहीं हैं. मनरेगा के कार्यों में फंड की कटौती की जा रही है, साथ ही मनरेगा के कार्यों का निष्पादन मशीनों के जरिए किया जा रहा है. जिससे मजदूरों के सामने बेरोजगारी की समस्या उतपन्न हो गयी है. भूमिहीन गरीब खानाबदोश का जीवन जीने के लिए विवश हैं. देश में सामाजिक विषमताएं बढ़ रही हैं. सामाजिक सौहार्द खतरे में है. सत्ता में बैठे लोग धार्मिक उन्माद फैलाने में लगे हुए हैं. दलितों, अल्पसंख्यकों और आदिवासियों पर दमन की घटनाएं हो रही हैं. वहीं किसान कौंसिल के जिला सचिव दयानिधि चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा के साथ किये गये अपने वादे को पूरा नहीं किया. आज सार्वजनिक उद्योग बर्बादी के कगार पर है. विभिन्न उद्योगों से जुड़े कर्मियों की छटनी की जा रही है. सेना में भी अग्निवीर के रूप में अल्पकालिक ठेका प्रथा लागू किया जा रहा है. निजी उद्योगों में भी लूट खसोट मचा है. राष्ट्र की संपत्ति औने- पौने दाम पर कारपोरेट घरानों को सौंपी जा रही है. उन्होंने कहा कि इन्हीं जन समस्याओं को लेकर उनका संगठन आगामी पांच अप्रैल को दिल्ली में राष्ट्रव्यापी मजदूर किसान संघर्ष रैली कर रही है. उन्होंने इस रैली में अधिकाधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया. बैठक में माकपा लोकल कमिटी के सचिव मोहम्मद अब्दुल्लाह, मोहम्मद इस्तियाक, मुन्ना ठाकुर, कृष्णदेव यादव, भोला पासवान, अशोक कुमार, मोहम्मद हुसामउद्दीन, मोहम्मद रुस्तम, मोहम्मद इस्माइल, नेत्री नीलम देवी, सुनीता देवी समेत अनेक माकपा कार्यकर्ता मौजूद थे.