खोदावंदपुर/बेगूसराय। आनंद मार्ग विचारधारा से जुड़ें लोगों का एक दिवसीय सम्मेलन राजकीयकृत किसान प्लस टू विद्यालय तारा बरियारपुर में हुआ. इस मौके पर बेगूसराय जिला के भक्ति प्रधान ब्रजेश कुमार ने कहा कि भारत कभी सोने की चिड़िया कहा जानेवाला देश था. आज भी भारत विश्व गुरु है और भविष्य में भी विश्व गुरु बना रहेगा. उन्होंने कहा कि संघर्ष और नैतिकता के बल पर ही आध्यात्मिकता की प्राप्ति होती है. जब तक पूरे मन से संघर्ष नहीं होगा. आध्यात्मिकता के क्षेत्र में तब तक सफलता नहीं मिलेगी. उन्होंने इस मौके पर उपस्थित लोगों से कहा कि जब तक प्रउत की बात नहीं करोगें तब तक दिनका भात नहीं खाओगे. इस कार्यक्रम में आचार्य मुक्तानन्द अवधूत, हरियुक्तानंद अवधूत एवं विनीत देव ने लोगों को आनंद मार्ग से जुड़ने की सलाह दी.इस कार्यक्रम में चार लोगों को आनंमार्ग की दीक्षा दी गयी. आनंद मार्ग प्रचारक संघ बेगूसराय के द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. वहीं केन्द्रीय कमिटी प्रगतिशील मिथिला समाज के उपाध्यक्ष व आनंमार्ग के प्रचारक डॉ राम स्वार्थ देव ने कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को आध्यात्मिक शिक्षा देकर नैतिकवान एवं चरित्रवान बनाने के मुद्दों पर विशेष बल दिया. साथ ही प्राथमिक से विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा को नि:शुल्क बनाने तथा सामान्य रुप से शिक्षा देने की मांग की गयी. शिक्षा पूर्ण करनेवाले युवाओं को शतप्रतिशत रोजगार की गारंटी करने, कृषि को उधोग का दर्जा देने तथा शिक्षा का माध्यम मैथिली, हिन्दी, संस्कृति, अंग्रेजी भाषा किये जाने की भी मांग की गयी. मौके पर शिक्षाविद राजेन्द्र महतो, रामकृष्ण, राजेश कुमार सहित अनेक लोग मौजूद थे.