खोदावंदपुर/बेगूसराय। आपसी सहमति से शादी रचाने के बाद युवती को धोखा दिये जाने का मामला सामने आया है, जहां पति व ससुराल पक्ष के अन्य लोगों से जब कई दिनों तक मोबाइल से बातचीत नहीं हुआ तो युवती अचानक अपनी ससुराल फफौत पंचायत के चकवा गांव पहुंच गयी. घर में ताला बंदी देख युवती ने पंचायत प्रतिनिधियों व खोदावंदपुर पुलिस से न्याय की गुहार लगायी है.पीड़ित युवती व मुंगेर जिला के पाटम गांव के हीरा लाल कुंदन की 25 वर्षीया पुत्री रशमी कुमारी ने खोदावंदपुर पुलिस को आवेदन देकर बताया है कि दोनों पक्षों की आपसी सहमति से फफौत पंचायत के चकवा गांव निवासी राजेन्द्र भगत के 43 वर्षीय पुत्र शैलेन्द्र मोहन से किया गया था. इसी कड़ी में उसने विगत 27 नवम्बर 2021 को लखीसराय के अशोक धाम में शैलेन्द्र मोहन के साथ शादी रचा ली. शादी के बाद लगभग चार पांच महीने तक वह अपने ससुराल चकवा गांव में सास ससुर के साथ रह रही थी. और उसके पति का आना जाना भी लगा रहता था. युवती ने बताया कि वह वर्तमान समय में अपने माता- पिता के साथ जमालपुर में रह रही है.और उसके पति भी जमालपुर में ही रेलवे विभाग में नौकरी करते हैं.
पिछले 15 दिनों से उसका बातचीत मोबाइल के जरिए भी अपने पति से नहीं हो रहा है. पिछले दो दिनों से उसके ससुर व सास का भी मोबाइल बंद है. मोबाइल से संपर्क नहीं होने से परेशान युवती अपनी मां इंदुलता देवी के साथ शनिवार की शाम अपने ससुराल आ गयी तो घर में ताला लगा हुआ पाया. युवती के आने की खबर पाकर मौके पर पहुंचे पंचायत प्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दोनों मां बेटी को गांव के ही तेज नारायण महतो के घर में रातभर के लिए शरण दिलवाया. साथ ही युवती को हरसंभव न्याय दिलवाने के भरोसा दिया.न्याय नहीं मिलने पर रविवार को पीड़ित युवती ने खोदावन्दपुर पुलिस से लिखित शिकायत करने की बात कहीं. उन्होंने बताया कि मैं सिर्फ अपने अधिकार की मांग कर रही हूँ.
बताते चले कि इससे पूर्व शैलेन्द्र मोहन उर्फ शंकर भगत शादीशुदा है, जिसमें पत्नी शोभा देवी व इकलौते पुत्र शिवांश कुमार शामिल हैं. युवक अपने माता पिता के आपसी सहमति से यह दूसरी शादी रचा ली है.
इस संदर्भ में थानाध्यक्ष सुदीन राम ने बताया कि इस तरह की कोई सूचना नहीं मिली है.मिडिया के जरिए घटना की जानकारी मिली है.अगर पीड़ित युवती के द्वारा लिखित शिकायत की गयी तो मामले की गहन जांच पड़ताल कर उचित कानूनी कार्रवाई किया जायेगा.