बेगूसराय। नीमाचांदपुरा थाना क्षेत्र के परना गांव निवासी स्व राम स्वरूप शर्मा के पुत्र व परना पंचायत के मुखिया वीरेंद्र शर्मा को अपराधियों ने गुरुवार को दिनदहाड़े गोली मारकर हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया। मुखिया को बेखौफ अपराधियों ने गांव के बाहर मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एक चिमनी भट्ठा के समीप घेरकर सीने में छह गोलियां दनादन दाग दी, जिसके कारण मुखिया की मौत घटनास्थल पर ही तड़प तड़प कर हो गयी। लेकिन गोली लगने के बाद घर के परिजनों ने मुखिया को घटनास्थल पर से उठाकर इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया, जहां अस्पताल के डॉक्टरों ने मुखिया को देखने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के बारे में बताया जाता है कि मुखिया अपने पंचायत के लोगों के काम से बेगूसराय सदर प्रखंड आ रहा था। इसी दौरान पूर्व से घात लगाए अपराधियों ने उसे एक चिमनी भट्ठा के पास घेर लिया और सीने में सटकर गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी। मुखिया अपने भाइयों में सबसे बड़ा था। छोटा भाई का नाम सिकंदर शर्मा है और मुखिया की पत्नी ललिता देवी है। मुखिया को एक भी संतान नहीं है। मुखिया के माता पिता पहले ही स्वर्ग सिधार गये। दो बार से लगातार ये परना पंचायत के मुखिया बन रहे थे। मौत की खबर सुनते ही घर के परिजनों में कोहराम मच गया। मुखिया की पत्नी ललिता देवी और उसके अपने छोटे भाई सिकंदर शर्मा का हाल रो-रोकर बुरा है। मुखिया की पत्नी ललिता देवी अपने पति के शरीर से लिपटकर दहाड़ मारकर रोने लगी, जिससे वो बेहोश हो गई।
मुखिया के मौत की खबर सुनते ही घर के परिजन और परना गांव के सैकड़ों ग्रामीण हुए आक्रोशित, एनएच 31 को 4 घंटे तक रखा जाम-
परना पंचायत के मुखिया वीरेंद्र शर्मा के मौत की खबर सदर अस्पताल में सुनते ही घर के परिजन और परना गांव के सैकड़ों ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उसके शव को सदर अस्पताल से उठाकर एनएच 31 ट्रैफिक चौक के पास दोपहर 1:30 में ले आए और 4:30 बजे तक रखकर सड़क को जाम रखें। सड़क जाम की खबर सुनकर सदर डीएसपी अमित कुमार, टाउन थानाध्यक्ष अपने सशस्त्र पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जहां आक्रोशित ग्रामीणों को काफी समझाने बुझाने के बाद 4 घंटे के बाद जाम को समाप्त करवाया। उसके बाद आवागमन सडक पर सामान्य हुआ।माही व्यवसायी संगठन के पूर्व मेयर आलोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि परना पंचायत के मुखिया वीरेंद्र शर्मा इस बार 19 मतों से विजयी हुए थे। इनको अपराधी जीतने के बाद गोली मारकर हत्या करने की धमकी कई बार दिया था, जिसको लेकर मुखिया ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार भी लगाया था, लेकिन पुलिस के द्वारा सुरक्षा नहीं देने के कारण मुखिया की हत्या अपराधियों ने गोली मारकर कर दी। उन्होंने कहा कि जिले में अपराधी बेखौफ बने हुए हैं, आए दिन सबसे ज्यादा व्यवसायी को ही बड़े निशाने पर हैं, हत्या, चोरी, छिनतई की घटना में अप्रत्याशित जिले में वृद्धि हुई है। पुलिस अपराधियों के ऊपर लगाम लगाने में पूर्णता विफल साबित हो रही है। मृतक मुखिया वीरेंद्र शर्मा के शव के साथ जामस्थल पर मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद अहसन, विश्वकर्मा समाज के जिलाध्यक्ष व नगर निगम 17 के वार्ड पार्षद वशिष्ठ शर्मा, डा राजेश रोशन, रविराज गुप्ता, सुनील, सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर भी जामस्थल पर पहुंचे.
इस दौरान सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने मुखिया की हत्या अपराधियों के द्वारा करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मृतक मुखिया भाजपा किसान पिछडा प्रकोष्ठ के नेता सह परना पंचायत के मुखिया थे। मुखिया वीरेंद्र शर्मा की हत्या कानून के राज्य में बेखौफ अपराधियों का घिनौना तस्वीर है। बेगूसराय में बेखौफ अपराधी के द्वारा लगातार हो रही हत्या आम लोगों पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है, पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। वहीं सदर डीएसपी अमित कुमार के पहल पर एन एच- 31 का सड़क जाम समाप्त कराया गया, उसके बाद पुलिस ने मुखिया के शव को अपने कब्जे में लेकर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर मृतक के परिजनों को सुपुर्द कर दिया।