राजेश कुमार,खोदावंदपुर/बेगूसराय। अनियंत्रित स्कोर्पियो की ठोकर से बाइक सवार तीन युवकों की दर्दनाक मौत घटनास्थल के समीप हो गयी. तीनों मृतक फफौत पंचायत का रहने वाला था. मृतकों की पहचान फफौत पंचायत के वार्ड 6 निवासी स्व. किशोरी राय के 27 वर्षीय अविवाहित पुत्र अनोज कुमार, इसी वार्ड के महेश्वर दास के 15 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार एवं वार्ड 4 निवासी बुधन महतो के 24 वर्षीय अविवाहित पुत्र शेर बहादुर के रूप में की गयी. यह सड़क हादसा समस्तीपुर जिला के रोसड़ा-सिंघिया जाने वाली मुख्य पथ पर रहुआ गांव के समीप 12 जून की बीती रात में घटी. तीनों युवक अपने गाँव से रोसड़ा मिर्जापुर रिश्तेदार के यहां जा रहे थे और रोसड़ा मिर्जापुर से गढ़पुरा बारात जानेवाली थी, उसी बारात में शामिल होने के लिए ये तीनों युवक एक ही बाइक पर सवार थे. तभी भीषण हादसें की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची रोसड़ा पुलिस ने तीनों मृतकों के शव को अपने कब्जे में ले लिया और मौके से भाग रहे दुर्घटना कारित स्कोर्पियो वाहन को भी खदेड़कर पकड़ लिया और अपने कब्जे में ले लिया. मृतकों की दुर्घटनाग्रस्त बाइक भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया. मृतकों की शिनाख्त होते ही रोसड़ा पुलिस ने इस घटना की सुचना खोदावंदपुर पुलिस को दिया. थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने इस हादसा की जानकारी पंचायत के मुखिया एवं मृतक के परिजनों को दिया. घटना की सूचना मिलते ही तीनों मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया.फफौत पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि व पूर्व मुखिया अनिल कुमार एवं मृतक के परिजन देर रात ही रोसड़ा थाना पहुंच गये, जहां से पुलिस ने शुक्रवार की अहली सुबह तीनों शवों का पोस्टमार्टम करवाने के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर भेजा गया. समस्तीपुर से पोस्टमार्टम के बाद शवों को फफौत गाँव लाया गया, जहां गांव के समीप ही बूढ़ीगंडक नदी स्थित शमशान घाट में तीनों शव का दाह संस्कार कर दिया गया.
शुक्रवार का दिन फफौत पंचायत के लिए काला दिन सावित हुआ, जब इस गाँव से दो नवयुवकों और एक किशोर की अर्थियां एक साथ उठी. इस घटना से पूरे फफौत गाँव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.
मिली जानकारी के अनुसार मृतक अनोज एवं शेर बहादुर की शादी का रिश्ता पक्का हो चूका था. कुछ दिन बाद ही दोनों की शादी होने वाली थी. घर में शादी की तैयारियां शुरू हो चुकी थी, परंतु ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. शादी का सेहरा बंधने से पहले ही इन दोनों नवयुवकों की अर्थी उठ गयी.
बारात जाने के क्रम में काल के गाल में समा गये अनोज की मौत पर उसकी माँ इंदु देवी, भाई राज कुमार राय, भाभी पूजा देवी एवं बहनों कविता कुमारी एवं बबिता कुमारी का रो रोकर बुरा हाल है. वहीं इस हादसे में दूसरा मृतक शेर बहादुर अपने चार भाइयों एवं एक बहन में सबसे छोटा था. शेर बहादुर की मौत से उसकी माँ प्रेमा देवी, पिता बुधन महतो, भाई बिरजू, राहुल, राजीव एवं बहन मंजू के आँखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था.इस दर्दनाक हादसें में तीसरा मृतक व किशोर दिलखुश कुमार अपने दो भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा था. दिलखुश की मौत से उसकी माँ ममता देवी, पिता महेश्वर दास, दादा बलदेव दास, भाई मनखुश एवं बहन शिवानी कुमारी रो रोकर पागल से हो गये हैं. मृतक के परिजनों को सांत्वना देने वाले लोगों की ऑंखें भी नम हो रही है.