मेघौल सनातनियों, विद्वतजनों और त्यागियों की रही है धरती, यहां के स्वागत और सम्मान से अभिभूत हूँ- आचार्य मणिशंकर त्रिपाठी, सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का हुआ समापन* *कथा सुनने उमड़ पड़ी श्रद्धालुओं की भीड़*

राजेश कुमार,खोदावंदपुर/बेगूसराय। राजा जनक व जगत जननी मां जानकी की धरती मिथिला की पावन भूमि और राष्ट्रकवि दिनकर की जन्मभूमि मेघौल गांव में पधारकर मेरा जीवन धन्य हो गया है. मेघौल में मिले स्वागत और सम्मान से अभिभूत हूँ. बिहार को जितना सुना था, उससे कहीं बेहतर देखा. यहां के श्रोता उच्च कोटि के हैं. वास्तव में मेघौल की धरती सनातनियों, विद्वतजनों और त्यागियों की रही है. पिछले सात दिनों से श्रीमद् भागवत कथा वाचन के दौरान लोगों ने जो शांति का दान दिया, इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाय वह कम है. भागवत भगवान से हमारा हृदय से कामना है कि सबों का मंगल करें. भागवत समस्त पापों का नाश करते हैं, जो कथा स्थल पर आये अथवा ना आकर भी ध्वनि विस्तारक यंत्र से कथा का श्रवण किया या समाचार पत्रों के माध्यम से श्रवण किया जाना भागवत भगवान सबका कल्याण करें, यह हमारी कामना है. यहां बार-बार आने का हमारा इच्छा रहेगा. उक्त बातें मेघौल गांव में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के समापन समारोह के मौके पर 16 दिसंबर की देर शाम व्यासपीठ के आचार्य मणिशंकर त्रिपाठी ने ज्ञान मंच से व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि मुख्य यजमान रामानुज प्रसाद सिंह, कृष्ण शेखरम एवं जोशी परिवार के द्वारा जो स्वागत और सम्मान किया गया है, प्रवासी भारतीय कृष्ण शेखरम अमेरिका में रहते हुए सनातन के प्रति जो श्रद्धा दिखाये. वैद्यनाथ मिश्र ने जो सेवा सत्कार किया, मीडिया के बंधुओं ने भी अपनी लेखनी से हमारी वाणी को देश दुनिया में फैलाया, हम सबों का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं. जाने अनजाने जो कुछ भी हमसे गलती हुई है, उसके लिए क्षमा याचना करते हैं. आचार्य त्रिपाठी एवं आचार्य आनंद त्रिपाठी एवं उनके सांस्कृतिक दल के कर्मियों का ग्रामीण अरुण कुमार ने स्वागत भाषण करते हुए सबों को अंग वस्त्र, पुष्प माला अर्पित कर सम्मानित किया. ग्रामीण जयशंकर शर्मा ने आचार्य मणिशंकर त्रिपाठी एवं उसके टीम के तमाम सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया. साथ ही आयोजक कार्यकर्ता, श्रोता सबों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया. तत्पश्चात भागवत भगवान की आरती वंदना के साथ-सात दिवसीय भागवत कथा संपन्न हो गया. मौके पर अवकाश प्राप्त पुलिस पदाधिकारी प्रवीण कुमार, आलोक कुमार, उपेंद्र नारायण चौधरी, डॉ शैलेश कुमार शर्मा, गोविंद प्रसाद सिंह, जितेंद्र नारायण सिंह, रामायण सिंह सहित सैकड़ों श्रोता मौजूद थे.