खोदावंदपुर/बेगूसराय। प्रखंड मुख्यालय स्थित कर्पूरी भवन के सभागार में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिव्यांगता विशेष जांच शिविर का आयोजन किया गया. आयोजित कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन बीडीओ नवनीत नमन, सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार, संचारी रोग विशेषज्ञ डॉ संजय कुमार, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ ए के राय, नाक कान गला विशेषज्ञ डॉ अदिति सिंह एवं डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ चंदन कुमार, डॉ राजीव कुमार ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया. वहीं बेगूसराय सिविल सर्जन के द्वारा प्रतिनियुक्त चिकित्सकों ने यूडीआइडी कार्ड के लिये ऑनलाइन आवेदन किये दर्जनों दिव्यांगों का दिव्यांगता जांच किया गया और कुछ दिव्यांगों का यूडीआइडी नंबर युक्त दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी निर्गत किया गया, जो दिव्यांगता प्रमाण पत्र दस दिनों के बाद डाक के माध्यम से लाभार्थियों के घरों पर भेज दिया जायेगा.
वहीं दूसरी ओर दिव्यांगजनों के अभिभावकों ने बताया कि विशेष स्वास्थ्य शिविर में आवश्यकता के अनुसार डाटा एंट्री ऑपरेटर मौजूद नहीं रहने के कारण लाभार्थियों के अभिभावकों को स्थानीय बाजार के दुकानों से एक सौ से डेढ़ सौ रुपये देकर यूडीआइडी कार्ड के लिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया. इसी बात को लेकर दिव्यांगजनों के परिजनों ने शिविर के बाहर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे थे. अभिभावकों ने बताया कि नौ अक्टूबर को सिर्फ खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के दिव्यांगजनों के लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष दिव्यांगता जांच शिविर का आयोजन किया जाना था, परंतु अधिकारियों ने चेरियाबरियारपुर प्रखंड क्षेत्र के दिव्यांगजनों को भी बुलवा लिया, जिससे दर्जनों दिव्यांगों को बैरंग शिविर से वापस लौटना पड़ा. उन्होंने बताया कि अधिकांश दिव्यांग चेरियाबरियारपुर प्रखंड क्षेत्र से ही पहुंचा था.
इस संदर्भ में शिविर में मौजूद चिकित्सक डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि जिन दिव्यांगजनों का 09 अक्टूबर के विशेष शिविर में जांच नहीं हो सका, वैसे दिव्यांग सदर अस्पताल बेगूसराय पहुंचकर अपना जांच करवा सकते हैं. वहां प्रत्येक दिन दिव्यांगजनों का जांच होता है. उन्होंने बताया कि जिन दिव्यांगजनों का पहले से भी मैनुअल दिव्यांगता प्रमाण पत्र बना हुआ है, लेकिन ऑनलाइन के माध्यम से यूडीआइडी वाला प्रमाण-पत्र नहीं बनवाए हैं, वैसे तमाम दिव्यांग फिर से अपना जांच करवाकर कम्प्यूटराइज्ड युक्त प्रमाण पत्र बनवा लें, अन्यथा सरकार द्वारा मिलने वाला सभी प्रकार की छुट व सुविधा भविष्य में नहीं मिल सकता है.