खोदावंदपुर/बेगूसराय। फफौत पंचायत के तारा गांव स्थित पूराने पंचायत भवन के जीर्णोद्धार के नाम पर प्राक्कलन की राशि की निकासी कर ली गयी. पूराने पंचायत भवन को ग्राम सभा की सहमति के बिना ही और बिना कोई निर्देश प्राप्त किए ही तोड़कर धराशायी कर दिया गया, जब प्राक्कलन के विपरीत नये पंचायत भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया तो स्थानीय लोगों ने पहले रास्ता छोड़ने की मांग कर निर्माण कार्य को रोक दिया गया. लेकिन वरीय अधिकारियों के दवाब के कारण पंचायत भवन को बैड लेवल तक पहुंचा कर उसे छोड़ दिया गया है. परंतु तत्कालीन पंचायत की मुखिया, पंचायत सचिव व विभागीय कनीय अभियंता की मिलीभगत से अबतक निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है.
क्या है मामला:-
मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2019-20 में पंचायत निधि के षष्टी मद से पंचायत भवन तारा का जीर्णोद्धार करने की योजना पारित हुयी थी. इसकी प्राक्कलित राशि 12 लाख रुपये निर्धारित की गयी थी. तत्कालीन पंचायत की मुखिया किरण देवी के द्वारा इस योजना की राशि से 2 लाख 7 हजार 5 सौ रुपये की निकासी कर ली गयी. इस राशि की निकासी में तत्कालीन पंचायत सचिव ब्रहमदेव महतो एवं विभाग की कनीय अभियंता राजबाला वर्मा की मिलिभगत बतायी जा रही है.
बताते चलें कि तत्कालीन मुखिया अपने कार्यकाल के दौरान इस योजना का कार्य नहीं करवा सके. पंचायत चुनाव में उनके जगह पंचायत की दूसरी मुखिया बनी उषा देवी ने जब योजना की जानकारी ली तो मामले का पर्दाफाश हुआ. वर्तमान समय में पंचायत भवन का निर्माण कार्य बैंड लेवल तक ही हुआ है. अब इस निर्माण कार्य में स्थानीय लोग ही बाधा डाल रहे हैं. बगल के जमीन वाले जहां एक ओर रास्ता छोड़ने की मांग कर पंचायत भवन की चहारदीवारी नहीं बनने दे रहे हैं. इस परिस्थिति में पंचायत भवन की जमीन का अतिक्रमण भी कर लिया गया है.परंतु स्थानीय प्रशासन सबकुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बनी हुई है.